नोएडा न्यूज़: सेक्टर-145 कूड़ा निस्तारण साइट पर पार्क बनाया जाएगा. यह पार्क ग्रीन बेल्ट नुमा लंबाई में बनाया जाएगा. इससे यहां लगे प्लांट का प्रवेश द्वार आकर्षक हो जाएगा.
कूड़ा निस्तारण साइट का निरीक्षण करने के बाद नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश ने बताया कि प्राधिकरण स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 की तैयारी में लगी हुआ है. अबकी बार नोएडा को नंबर-1 बनाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि सेक्टर-145 में जो बायोरमेडिशन प्लांट हैं उसकी भी निगरानी कर निस्तारण तेजी से करवाया जा रहा है. कुछ एक कमियां थी जो दूर करवाई जा रही हैं. इसके साथ ही प्लांट तक सीधे वाहनों के पहुंचने को एक सड़क भी बनवाई जा रही है. एंट्री प्वाइंट को हरियाली से पार्क की तरह सजाया जा रहा है. इसे आगे और विस्तार दिए जाने की योजना है. प्लांट पर हो रहे बायोरेमिडेशन से कूड़ा निस्तारण को देखने के लिए प्राधिकरण के अलावा शासन और मंत्रालय की टीमें भी पहुंचती रहती हैं. इसलिए अथॉरिटी की तैयारी इस जगह को संवारने की है.
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि नई एजेंसी चयन के बाद फरवरी से गीला-सूखा मिक्स जो कूड़ा है उसका निस्तारण बायोरेमिडेशन से मौके पर शुरू करवाया गया. करीब 75 हजार मीट्रिक टन कूड़ा निस्तारण हो चुका है. प्राधिकरण एक मीट्रिक टन कूड़ा निस्तारण पर एजेंसी को 774 रुपये देती है. मौके पर कूड़े के बड़े-बड़े ढेर लगे हैं. पिछले दिनों प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज सिंह और सीईओ रितु माहेश्वरी ने मौके का निरीक्षण किया था. सीईओ ने निस्तारण और तेजी से करवाने के निर्देश जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियेां को दिए थे.
एमआरएफ सेंटर भी बनेगा
ओएसडी ने बताया कि बायोरेमिडेशन साइट पर ही एक मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी (एमआरएफ) सेंटर भी बनवाया जा रहा है. इस कारण है कि यहां पर सूखा और गीला कूड़ा एक में ही मिक्स आता है. छटनी के दौरान इसमें फिर से उपयोग करने लायक जो भी कबाड़ मिलता है उसे निकलवाकर अलग से रखवाया जाएगा. इस एमआरएफ पर काम शुरू हो गया है.