नई दिल्ली, (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री एवं राज्य सभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों पर राज्य सभा के सभापति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की है। संसद के बजट सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन, सोमवार को भी विपक्षी दलों के हंगामे के कारण राज्य सभा की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई।
सभापति जगदीप धनखड़ लगातार विपक्षी सांसदों को समझाने और सदन की कार्यवाही को चलाने की कोशिश करते नजर आए, लेकिन हंगामा लगातार जारी रहने पर उन्होंने राज्य सभा की कार्यवाही को 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्य सभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मीडिया से बात करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है। सभापति के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद विपक्ष ने आज एक बार फिर राज्य सभा की कार्यवाही चलने नहीं दी।
गोयल ने कहा कि विपक्षी दलों ने सभापति का अपमान किया है। विपक्ष के बड़े नेता भी बैठे-बैठे टिप्पणी करते नजर आए। विपक्ष के नेता सदन को नहीं चलने देने का मन बनाकर ही सदन में आते हैं। गोयल ने कहा कि जीरो आवर के दौरान सांसदों को महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने तक का मौका नहीं मिलता। यह सांसदों के विशेषाधिकार का भी उल्लंघन है।
कांग्रेस राज्य सभा सांसद रजनी पाटिल के निलंबन वापसी की मांग पर गोयल ने कहा कि उन्होंने वीडियो बनाकर गैर कानूनी काम किया और यह गलत काम करने के बावजूद बिना माफी मांगे उन्होंने सदन में जैसा वक्तव्य दिया था, हंगामा कर रही थी। उसे देखते हुए यह सभी का मानना है कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए और प्रोसिजर का पालन करना चाहिए।
गोयल ने आगे कहा जिन लोगों ने आसन (सभापति) का अपमान किया, रूल्स लगातार तोड़े, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना जवाब नहीं देने दिया, उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
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