डीटीसी की बस सेवाएं बंद होने से बढ़ी मुश्किलों से मिलेगी राहत।
स्कूलों के लिए बस सेवाएं बंद होने के बाद छात्रों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग पुराने वाहनों को भी स्कूल कैब के तौर पंजीकृत करने की इजाजत देने पर विचार कर रहा है। स्कूली छात्रों के लिए वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए लिए जाने वाले इस फैसले से छात्र-छात्राओं को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। सुरक्षा से जुड़े
पहलुओं पर खरा उतरने के बाद ही स्कूल कैब के तौर वाहनों का पंजीकरण किया जाएगा।
परिवहन विभाग के आधिकारिक सूत्र के मुताबिक पुराने वाहनों को स्कूल कैब के रूप में पंजीकरण की अनुमति देने दी जा सकती है। इसके लिए फिटनेस सहित दूसरे मानकों को पूरा
करना होगा। फिलहाल केवल नए वाहनों को ही स्कूल कैब के तौर पर पंजीकृत किया जा रहा है। बढ़ती जरूरत को देखते हुए बगैर उचित पंजीकरण कई निजी वाहनों का स्कूल कैब
में इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे छात्रों की सुरक्षा के लिहाज से उठते सवालों को देखते हुए पुराने वाहनों को भी पंजीकृत करने की दिशा में पहल की जा रही है।
सभी वाहनों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे वाहनों को सुरक्षा उपायों को अपनाने सहित फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा। अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में फिलहाल करीब 9000 स्कूल कैब पंजीकृत हैं। इनमें से बड़ी संख्या में अभी भी बगैर औपचारिक पंजीकरण अधिकतर वाहन चल रहे