NIA करेगा करनाल में गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकियों की जांच, गृह मंत्रालय ने नोटिफिकेशन किया जारी
केंद्रीय गृह मंत्रालय महीने की शुरुआत में करनाल में पकड़े गए 4 खालिस्तानी आतंकवादियों के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण को सौंप दी है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) महीने की शुरुआत में करनाल में पकड़े गए 4 खालिस्तानी आतंकवादियों के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (National Investigation Agency) को सौंप दी है. मंत्रालय ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. 5 मई को बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े इन 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था. एनआईए ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है.
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने हरविंदर सिंह रिंदा सहित 5 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है. हरियाणा पुलिस ने 5 मई को पंजाब निवासी उक्त चारों संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ा था. चार संदिग्धों में से दो भाई बताए गए हैं. पुलिस ने बताया कि जब चारों संदिग्धों को करनाल में पकड़ा गया था तो उस समय वे कथित तौर पर विस्फोटक देने के लिए तेलंगाना जा रहे थे. इनके पास से हथियार, गोला-बारूद और आईईडी बरामद किए गए थे.
पाकिस्तान में एक शख्स के संपर्क में थे आरोपी
पुलिस के अनुसार, चारों संदिग्धों की पहचान लुधियाना के भाटियान गांव निवासी भूपिंदर सिंह तथा फिरोजपुर के विनिजोक गांव निवासी गुरप्रीत सिंह, परमिंदर सिंह और अमनदीप सिंह के रूप में हुई है जो तेलंगाना के आदिलाबाद जा रहे थे. गिरफ्तारी के बाद करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने बताया कि वे कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित एक व्यक्ति के संपर्क में थे, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल है और उन्हें ऐप के जरिये उन स्थानों की जानकारी भेजता है, जहां विस्फोटक और हथियार पहुंचाने होते हैं.
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक पीके अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की खुफिया सूचनाओं के आधार पर हरियाणा और पंजाब पुलिस द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में चारों को गिरफ्तार किया गया. दूसरी ओर, पंजाब पुलिस ने भी ट्वीट कर कहा, "खुफिया अभियान में, पंजाब पुलिस और हरियाणा पुलिस ने करनाल में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से ढाई-ढाई किलो के 3 आईईडी और एक पिस्तौल बरामद की गई है. जांच जारी है."
हथियारों के साथ कैश भी जब्त किए गए
करनाल रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर बस्तारा टोल प्लाजा के निकट चार लोगों को पकड़ा गया. गुप्ता ने फोन पर "पीटीआई-भाषा" को बताया, "गाड़ी से ढाई-ढाई किलोग्राम वजन के तीन कंटेनर, आरडीएक्स, एक पाकिस्तान में निर्मित पिस्तौल और 31 जिंदा कारतूस के अलावा 1.3 लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं."
इन पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. हरियाणा पुलिस ने तब मामले में आगे की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन कर दिया. आरोपियों की पहचान लुधियाना के भूपिंदर सिंह और फिरोजपुर के गुरप्रीत सिंह, परमिंदर सिंह और अमनदीप सिंह के रूप में हुई है.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इनोवा वाहन में चार आतंकवादी जा रहे थे. हमने गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया और हथियार व गोला-बारूद बरामद कर लिया है. जांच जारी है.