नई दिल्ली: सीमापुरी इलाके में मिले आईईडी मामले में अभी तक कोई कामयाबी नही मिली, 25 दिन हो चुके है घटना को
राजधानी दिल्ली: सीमापुरी इलाके में दूसरी बार मिले ईआईडी धमाके को नाकाम करने के मामले 25 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं। पुलिस का दावा है कि उन्हें अहम साक्ष्य मिले हैं, लेकिन आरोपितों का पकड़ा न जाना एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है। गाजीपुर मंडी में बीते 14 जनवरी को बैग में ईआईडी रखा गया था। इसमें धमाके के लिए समय सेट किया गया था, लेकिन ब्लास्ट से पहले ही लोगों ने इस लावारिस बैग की सूचना पुलिस को दे दी थी। इसकी वजह से समय रहते एनएसजी की मदद से बम को डिफ्यूज कर दिया गया। जांच के दौरान पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले। एक संदिग्ध बाइक भी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में देखी। इसकी मदद से पुलिस टीम बीती 18 फरवरी को सीमापुरी के एक घर में पहुंची। आईईडी रखने वाले संदिग्ध इसी मकान में किराए पर रहते थे, लेकिन पुलिस ने जब छापा मारा तो वह फरार हो चुके थे। पुलिस ने कमरे के अंदर से एक अन्य आईईडी बरामद किया था।
दोनों ही बार पुलिस को आईईडी तो मिल गई, लेकिन इसे बनाने वाले आतंकी अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं। पुलिस को सीमापुरी के मकान मालिक एवं प्रॉपर्टी डीलर से आरोपितों का हुलिया तो मिल गया, लेकिन अभी भी आतंकी पुलिस के हाथ नहीं लगे। उक्त मामले में पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का दावा था कि पुलिस के पास अहम साक्ष्य हैं। वह इस पूरी साजिश को जल्द ही बेनकाब करेंगी। पुलिस का मानना है कि आरोपित पकड़े जाने के डर से उत्तर प्रदेश (उप्र) के किसी हिस्से में छिपे हो सकते हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।