New Delhi: शुल्क कटौती से स्मार्टफोन कलपुर्जों पर प्रभावित होगा इलेक्ट्रॉनिक परिवेश: जीटीआरआई
"व्यवसायिक उत्पादन को हो सकता है नुकसान"
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2025-26 के सरकारी बजट में स्मार्टफोन के कलपुर्जों पर सीमा शुल्क में कटौती की पूर्वानुमानित सूचनाएं भारतीय व्यावसायिक सेक्टर को लेकर चिंताजनक संकेत दे रही हैं। आर्थिक शोध संस्थान जीटीआरआई ने इस विषय पर अपनी रिपोर्ट में दावा किया है। जीटीआरआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्मार्टफोन उद्योग ने वर्ष 2023-24 तक भारत के लिए बड़े निर्यात का दरवाजा खोला है। इसका निर्यात 15.6 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
हालांकि, सीमा शुल्क में कटौती की संभावना पर चिंता जताते हुए उन्होंने बताया कि ऐसी कटौती से व्यवसायिक उत्पादन को नुकसान पहुंच सकता है। यह उत्पादन में कमी लाने, निवेश की कमी करने और नौकरियों के लिए चिंता का कारण बन सकती है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस स्थिति से बचने के लिए शुल्क में कटौती की बजाय कंपनियों को अपने भंडारण और आयात की क्षमता में सुधार करने की आवश्यकता है। जीटीआरआई के अनुसार, इस निर्णय से भारत के व्यावसायिक सेक्टर पर असर पड़ सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार को सख्ती से कुछ सरल और कारगर कदम उठाने की आवश्यकता है।