NEW DELHI नई दिल्ली: सीबीआई ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लिंक परियोजना के कटारा-धरम खंड के निर्माण में शामिल एक कंपनी के लंबित बिलों को मंजूरी देने के लिए कथित रिश्वतखोरी के लिए कोंकण रेलवे के एक मुख्य अभियंता के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। 2005 बैच के आईआरएसई (भारतीय रेलवे इंजीनियर्स सेवा) अधिकारी सुमित खजूरिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आरोपी बनाया गया है।
साथ ही पारस रेलटेक प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों राजेश कुमार जैन, पुष्प राज सिंह और सुलभ रावत के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोप है कि खजूरिया और कंपनी के निदेशक कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड की देखरेख में चल रही महत्वाकांक्षी परियोजना के क्रियान्वयन में लंबित बिलों को मंजूरी देने और सुरंग के मलबे को हटाने से संबंधित अनुमानों को संशोधित करने में भ्रष्ट आचरण में लिप्त थे।