New Delhi: भाजपा सबसे आगे, दोपहर तक साफ हो सकती है तस्वीर

"|मतगणना केंद्रों के आसपास सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त"

Update: 2025-02-08 04:34 GMT

नई दिल्ली: दिल्ली का मतदाता पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव में किस दल पर मेहरबान हुआ? इसका जवाब आज दोपहर तक मिलने की संभावना है। सभी 70 सीटों के लिए आज सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हो गई। इसके लिए दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में 19 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। बैलेट पेपर की मतगणना पूरी होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटर मशीन (ईवीएम) की बारी आएगी। मतगणना केंद्रों के आसपास सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया गया है।

एग्जिट पोल में भाजपा सबसे आगे: अधिकांश एग्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने की भविष्यवाणी कर चुके हैं। दिल्ली में इस बार 60.45 फीसद मतदान दर्ज किया गया है। कुल 94,51,997 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें 50.42 लाख पुरुष और 44.08 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 403 तृतीय लिंग मतदाताओं ने भी मतदान में हिस्सा लिया।

इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर: भाजपा, आम आदमी पार्टी (आआपा) और कांग्रेस के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। उत्तरी दिल्ली के आठ विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो, उत्तरी पूर्वी दिल्ली की सीटों के लिए दो , नई दिल्ली जिला की छह सीटों के लिए तीन, शाहदरा और दक्षिण जिले की पांच-पांच सीटों के लिए एक-एक मतगणना केंद्र बनाया गया है। ईवीएम और वीवीपैट को 19 स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया। इस बार चुनाव मैदान में 699 लोगों ने किस्मत आजमाई है। बड़े चेहरों में आआपा के अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मुख्यमंत्री आतिशी, कैबिनेट मंत्री गोपाल राय, भाजपा के विजेंद्र गुप्ता, प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी, अरविंद सिंह लवली, कांग्रेस के संदीप दीक्षित, अलका लांबा और देवेंद्र यादव प्रमुख हैं।

इन सीटों पर सबकी नजर: नई दिल्ली से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चौथी बार मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश वर्मा और कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। कालकाजी से मुख्यमंत्री आतिशी के मुकाबले भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा हैं। जंगपुरा से पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की प्रतिष्ठा दांव पर है। उन्होंने परंपरागत सीट पटपड़गंज को छोड़कर जंगपुरा को गले लगाया है। यहां सिसोदिया को भाजपा के तरविंदर सिंह मरवाह और कांग्रेस के फरहाद सूरी से चुनौती मिल रही है। पटपड़गंज से आआपा ने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कराने वाले शिक्षक अवध ओझा को मैदान में उतारा है। बल्लीमारान से कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने हारून यूसुफ को टिकट दिया है। चांदनी चौक में भाजपा के सतीश जैन, आआपा के पुनरदीप साहनी और कांग्रेस के मुदित अग्रवाल मैदान में हैं।

सुल्तानपुर माजरा से आआपा ने मौजूदा मंत्री मुकेश अहलावत पर भरोसा जताया है। भाजपा ने यहां से पहले मंगोलपुरी से चुनाव लड़ चुके कर्म सिंह कर्मा को टिकट दिया है। बाबरपुर से आआपा के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय मैदान में हैं। गोपाल राय 10 साल से सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। ग्रेटर कैलाश से आआपा सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं। बादली से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।

बिजवासन से भाजपा ने कैलाश गहलोत को उतारा है। वह आआपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। आआपा ने सुरेंद्र भारद्वाज और कांग्रेस ने कर्नल देवेंद्र सिंह सहरावत पर भरोसा जताया है। नरेला में मुकाबला आआपा के शरद चौहान, भाजपा के राज करण खत्री, और कांग्रेस की अरुणा कुमारी के बीच है। पटेल नगर में भाजपा के राजकुमार आनंद और आआपा के प्रवेश रत्न के बीच टक्कर है। नांगलोई जाट से दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री रघुवेंद्र शौकीन सीट बचा पाते हैं या नहीं, यह देखना दिलचस्प होगा।

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