NCR Indirapuram: जयपुरिया स्कूल में चल रहे फिटजी के कोचिंग सेंटर पर लगा ताला
"फिटजी के एक और सेंटर पर लटका ताला"
इंदिरापुरम: जयपुरिया स्कूल में चल रहे फिटजी के कोचिंग सेंटर पर ताला लटक गया है। इससे नीट और जेईई समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के सामने संकट खड़ा हो गया है। उनके अभिभावकों ने रविवार को इंदिरापुरम थाने पहुंचकर सेंटर प्रबंधन के अधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी।
अभिभावकों का कहना है कि सेंटर ने 73 छात्रों की फीस के रूप में पौने दो करोड़ रुपये वसूल किए थे। संस्थान दस साल से चल रहा था। नौवीं से 12वीं तक के छात्र इसमें तैयारी कर रहे थे। छात्रों से कोर्स की अवधि के अनुसार 50 हजार से तीन लाख रुपये तक फीस ली गई। जयपुरिया स्कूल से फिटजी सेंटर का अनुबंध था। इसी अनुबंध के तहत सेंटर स्कूल में चल रहा था। सेंटर में सभी बच्चे इसी स्कूल के थे।
सेंटर के शिक्षक छात्रों को पढ़ाने के लिए स्कूल में जाते थे। सेंटर का कार्यालय वसुंधरा स्थित उत्तरांचल प्लाजा में है। अभिभावकों ने बताया कि पिछले कुछ समय से सेंटर में पढ़ाई नहीं हो रही थी। तरह तरह के बहाने बनाए जा रहे थे। सेंटर में शिक्षक नहीं बचे हैं। शिक्षकों ने दूसरे शिक्षण संस्थान ज्वाइन कर लिए हैं।
सेंटर संचालक भरत सहगल ने कह दिया कि दिल्ली स्थित फिटजी के मुख्य कार्यालय से पहले शिक्षकों का वेतन और भत्ते मिलते थे। ये चार महीने से नहीं मिल रहे हैं। इस वजह से सेंटर बंद करना पड़ा है। भरत ने एक फरवरी को सेंटर बंद होने का मैसेज किया था। अभिभावकों ने पुलिस को बताया कि उत्तरांचल प्लाजा के दफ्तर पर भी ताला लटका है। भरत सहगल का फोन स्चिव आफ आ रहा है।
इन्होंने की शिकायत: थाने पहुंचे अभिभावकों में सचिन कुमार गुप्ता, नितिन अग्रवाल, राहुल कुमार सिंह, मनीष जैन, हेम कांडपाल, रहुल गुप्ता, रुचि वर्मा, भास्कर भुल्लर, कन्हैया, मनीषा पुजारी, नरेंद्र राठौर, आनंद सिंह, ओम प्रकाश, राजन नयन दूबे, अमिता गोयल जैन, सुधीर कुमार, वरुण जिंदल, सर्वेश गुप्ता, आलोक कुमार, उमेश शर्मा, राजीव, पूनम यादव, किशोर सिंह बिष्ट, स्वदेश कुमार, अनुज पाठक, राकेश ठाकुर, दिव्यप्रकाश, मधुर सैनी, जितेंद्र, विकास गोयल, पूजा भाटिया, संजय सिंह, संदीप वर्मा और रवि प्रताप शर्मा शामिल हैं।
मैंने अपने बेटे का प्रवेश चार साल वाले कोर्स में कराया था। उस समय बेटा कक्षा आठ में थे। अब परीक्षा नजदीक है। ऐसे में सेंटर बंद हो गया। एक आर्थिक नुकसान हुआ। दूसरा बच्चे की तैयारी पर असर पड़ेगा। इसकी भरपाई होनी चाहिए -सचिन गुप्ता
भरत सहगल ने कहा है कि वह दूसरा संस्थान ज्वाइन कर रहे हैं। उसी संस्थान में उन बच्चों की पढ़ाई पूरी कराएंगे, जो फिटजी में पढ़ रहे थे। लेकिन यह गलत है। हमें फिर से फीस देनी होगी जबकि फिटजी में पहले ही पूरी फीस जमा कर चुके हैं - नितिन अग्रवाल
दसवीं में पढ़ रहे बेटे का प्रवेश दूसरे संस्थान में कराएंगे। वहां फिर से फीस देनी होगी। संस्थान बदलने से बच्चे की पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा। पता नहीं, दूसरा संस्थान कैसा होगा, बहुत चिंता हो रही है - अमिता गोयल
स्कूल से अनुबंध होने की वजह से हमने बेटे का प्रवेश कराया था। फीस जमा कर चुके हैं, इसके बाद अचानक से सेंटर कर बंद होना गलत है। स्कूल के माध्यम से ही अगर दूसरा संस्थान मिलता है, तब उसमें प्रवेश दिलाएंगे। फीस को वापस किया जाए। रुचि वर्मा
अभिभावकों की तरफ से शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है, साथ ही सेंटर संचालकों से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभिषेक श्रीवास्तव, एसीपी इंदिरापुरम
कई सेंटर हो चुके बंद: फिटजी के कई सेंटर बंद हो चुके हैं। इनमें गाजियाबाद के आरडीसी का सेंटर भी शामिल है। इस मामले में केस दर्ज हो चुका है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा और नोएडा में सेंटर बंद हुए हैं। सभी जगह एक ही वजह बताई गई है कि शिक्षकों का वेतन नहीं मिल रहा। आरडीसी का सेंटर बंद होने के बाद फिर से खोला भी गया लेकिन यहां पढ़ने के लिए बच्चे नहीं आ रहे। सेंटर बंद होने के मामले में कविनगर थाने में दर्ज केस की पुलिस जांच कर रही है।