एनसीबी प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा- शाहीन बाग ड्रग्स मामले का नार्को-आतंकवाद से हो सकता है सीधा कनेक्शन, और भी लोग हैं इस केस में शामिल

एनसीबी ने हाई क्वालिटी की करीब 50 किलोग्राम हेरोइन को दिल्ली के जामिया नगर के शाहीन बाग इलाके से जब्त कर इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.

Update: 2022-04-29 01:25 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एनसीबी (NCB) ने हाई क्वालिटी की करीब 50 किलोग्राम हेरोइन को दिल्ली के जामिया नगर के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) इलाके से जब्त कर इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. छापेमारी की इस कार्रवाई के बाद एनसीबी ने अफगानिस्तान से भारत में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का खुलासा करने का भी दावा किया है. वहीं एनसीबी प्रमुख एसएन प्रधान (SN Pradhan) ने गुरुवार को कहा कि मामले की जांच से पता चलता है कि दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में 100 करोड़ रुपए के ड्रग्स मामले का नार्को-टेररिज्म से कनेक्शन हो सकता है. साथ ही कहा कि इसका दुबई, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से कनेक्शन हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में और भी लोग शामिल हैं.

एनसीबी प्रमुख ने कहा कि हाल ही में अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इसकी खेती पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की, लेकिन प्रतिबंध के बजाए निर्यात और बाहर अवैध तस्करी में वृद्धि होती दिख रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार में इसकी डिमांड है. ये सिंडिकेट समुद्री के साथ ही भूमि सीमा मार्गों के माध्यम से भारत में माल की तस्करी कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न सामानों के साथ हेरोइन की तस्करी की जाती है. बाद में कुछ अफगान नागरिकों की मदद से भारतीय समकक्ष उन सामानों से हेरोइन निकालते हैं.
ड्रग्स मामले का नार्को-आतंकवाद से हो सकता है कनेक्शन- एसएन प्रधान
छापेमारी के बाद नकद 30 लाख रुपए भी बरामद
वहीं इससे पहले एनसीबी के उप महानिदेशक (अभियान) संजय कुमार सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बुधवार को दक्षिण दिल्ली के आवासीय परिसरों में छापेमारी के बाद 30 लाख रुपए नकद भी बरामद किए गए. अधिकारी ने बताया कि मादक पदार्थ थैलों, जूट की बोरी में और ई-कॉमर्स कंपनियों के पैकेट में लपेट कर रखा गया था. उन्होंने बताया कि दिल्ली में मादक पदार्थों की, वो भी किसी आवासीय इलाके से ये सबसे बड़ी जब्ती है. अधिकारी ने बताया कि अन्य 47 किलोग्राम 'संदिग्ध' मादक पदार्थ भी परिसरों से जब्त किया गया और एनसीबी ने जांच के लिए उसे प्रयोगशाला भेज दिया है.
संजय कुमार सिंह ने कहा कि ये खुलासा हुआ है कि दिल्ली और एनसीआर तथा पड़ोसी राज्यों में सक्रिय एक इंडो-अफगान गिरोह इस मामले से संबद्ध है. इस गिरोह को स्थानीय स्तर पर हेरोइन उत्पादन करने में महारत हासिल है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरोह का सरगना दुबई में रहता है और एजेंसी मामले की आगे की जांच कर रही है.
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