दिल्ली न्यूज: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद कुख्यात कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग के एक प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी हत्या, डकैती, मारपीट सहित दर्जनों मामलों में शामिल था। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। गैंगस्टर की पहचान हरियाणा के रेवाड़ी के पास जुद्दी गांव निवासी रविंदर रामधारी उर्फ कालू के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी है। पुलिस के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिल रही थी कि नंदू गिरोह के सदस्य जबरन वसूली, जमीन हड़पने और पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रोटेक्शन मनी वसूल रहे हैं। पुलिस को यह भी पता चला कि गिरोह इन क्षेत्रों में काफी सक्रिय है और वे जबरन वसूली का एक अच्छा नेटवर्क चला रहे हैं।
स्पेशल सेल के सीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा कि गुरुवार को विशेष इनपुट मिला था कि रविंद्र रामधारी अपने सहयोगी से मिलने के लिए रात करीब 10 बजे छावला क्षेत्र के पांडवाला मोड़ के पास आएगा। सूचना के आधार पर एक छापेमारी दल का गठन किया गया और पंडवाला मोड़ और उसके आसपास एक जाल बिछाया गया। रात करीब 10.05 बजे पुलिस ने रामधारी को काले रंग की बाइक पर देखा। हालांकि, जब पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया, तो वह तुरंत पंडवाला रोड से कंगनहेरी लिंक रोड की ओर बढ़ गया, लेकिन उसकी बाइक फिसल गई जिससे वह नीचे गिर गया।
उन्होंने आगे कहा कि आरोपी ने गिरने के बाद उठकर भागना शुरू कर दिया और पुलिस टीम पर अंधाधुंध गोलियां भी चलाईं। पुलिस की चेतावनी के बाद भी उसने फायरिंग जारी रखी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई शुरू की। इस दौरान पुलिस की गोली आरोपी के दाहिने पैर में लग गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान आरोपी की एक गोली सब इंस्पेक्टर ऋषि कुमार झा की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी थी। टीम ने आरोपी रामधारी के पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की है।
धालीवाल ने कहा, रामधारी को तुरंत इलाज के लिए इंदिरा गांधी अस्पताल ले जाया गया और कानून की संबंधित धाराओं के तहत स्पेशल सेल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। अधिकारी ने कहा कि रामधारी ने अपराध की दुनिया में बहुत छोटी उम्र में ही कदम राख दिया था। वह एक दिनदहाड़े की गई डकैती में शामिल था, जिसने पूरे रेवाड़ी शहर को झकझोर कर रख दिया था। भिवानी जेल में रहने के दौरान रामधारी कपिल सांगवान के संपर्क में आया था, जिसने उसे अपने गिरोह में शामिल कर लिया। अधिकारी ने कहा कि हाल ही में, गैंगस्टर सांगवान ने उसे दिल्ली-एनसीआर जबरन वसूली रैकेट की जिम्मेदारी दी थी और उसे सुरक्षा धन इकट्ठा करने व राशि का भुगतान न करने वालों को सबक सिखाने का काम सौंपा था।