दिल्ली एनसीआर न्यूज़: दिवाली का त्योहार लोगों में उत्साह भरता है और हर तरफ खुशियां फैलता है, लेकिन इसी त्योहार के शुभ अवसर पर गाजियाबाद में तकरीबर 200 लोगों की अस्पताल में भर्ती कराया गया। दिवाली के त्योहार पर कई जगह बेहिसाब आतिशबाजी होती रही और इसी दौरान 9 घंटों में 31 जगह आग लगी। दिवाली की रात पटाखे चलते रहे और जगह–जगह पर आग लगती रही। दिवाली के अवसर पर बीते सोमवार की देर शाम शाम 7:00 बजे से मंगलवार के 4:00 बजे तक 9 घंटों के दौरान 31 जगह आग का कहर बरसा, जिससे लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।
9 घंटे में 31 जगह आग का कहर: दिवाली की रात फायर स्टेशनों पर फोन की घंटी बजती रही और रात भर आग बुझाने का काम चलता रहा, लेकिन हर सफल प्रयास के बाद भी मात्र 11 स्थानों पर ही आग बुझाने की सुविधा मिल पाई। बाकी 20 स्थानों पर घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ही आग बुझाई। पटाखों से लगी आग में दिवाली के दिन तकरीबन 200 लोग घायल हो गए और ऐसे शुभ मौके पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। न्यायखंड के ईस्टर्न अपार्टमेंट में शार्ट सर्किट से चार फ्लैटों में भारी नुकसान हुआ। इस हादसे के दौरान एक फ्लैट में दंपती आग के बीच फंस गए। उन्होंने किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
आग लगने से भारी नुकसान: ईस्टर्न अपार्टमेंट निवासी राजेश मेडिकल उत्पादकों की आपूर्ति का कारोबार करते हैं। राजेश ने बताया कि डी ब्लॉक के भूतल पर अश्विनी कुमार के फ्लैट में रात 10:50 बजे आग लगी थी। यह आग फैलते हुए उनके फ्लैट तक पहुंच गई। उन्होंने खुद को और पत्नी बिपिना को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। अपार्टमेंट में चारों तरफ धुआं फैलने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। आग इतनी तेज थी कि बी-2 204 के फ्लैट की बालकनी और बी-2 104 में अशोक लोधी के फ्लैट में भी आग लग गई। चारों फ्लैटों में आग लगने से लोगों को काफी नुकसान हुआ। सूचना पर दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची और रात एक बजे तक आग पर काबू पाया। एफएसओ कंवरपाल सिंह का कहना है कि सोयायटी के रास्ते पर गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन कर्मियों को फायर टेंड पहुंचाने में काफी दिक्कत हुई। सोसायटी के राजेश टीआर, अनिल भान और आयुष ने मेंटेनेंस विंग पर बिजली तार डालने में लापरवाही बरतने और अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया है।
आग से झुलसे 100 लोग: नीतिखंड-1 में गिफ्ट गैलरी की दुकान में आग लग गई और वही आग फैलकर ऊपर के दो फ्लैटों में पहुंच गई। फ्लैट के एक निवासी को आग से 25 लाख का नुकसान भी हुआ। वैशाली स्टेशन पर सबसे ज्यादा 18, घंटाघर कोतवाली में छह, साहिबाबाद स्टेशन पर चार, मोदीनगर में दो और लोनी में एक जगह आग लगने की घटनाएं हुईं। अग्निशमन कर्मियों ने 11 जगह आग बुझाई, जबकि 20 जगह लोगों ने खुद ही आग पर काबू पाया। दिवाली की रात निजी और सरकारी अस्पतालों में 100 लोग आग से झुलसे हुए होने की भी सूचना मिली। ये सभी पटाखों की वजह से झुलसे थे। किसी की आंख में पटाखों का बारूद घुस गया था, तो किसी का हाथ झुलस गया था।