दिल्ली का मौसम Delhi Weather: राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को दिनभर लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ा, लेकिन शाम के समय कई इलाकों में जमकर बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहाना हो गया। वहीं, सड़कों पर जलभराव होने से जाम लग गया। इससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में सुबह से ही बादलों की आवाजाही लगी हुई थी, लेकिन शाम के चार बजे के बाद मौसम में बदलाव दिखाई देने लगा। घने बादल छाने से कई जगहों पर तेज हुई। दिल्ली के मयूर विहार क्षेत्र में शाम को साढ़े पांच बजे तक सबसे ज्यादा 37.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। रिज क्षेत्र में 11.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस दौरान हवा की रफ्तार भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रही। दो दिन येलो अलर्ट रहेगा ; दिल्ली की मानक वेधशाला बारिशसफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस समय का सामान्य तापमान है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन भी दिल्ली और आसपास के अलग-अलग इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती हैMeteorological Departmentमौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। येलो अलर्ट मौसम बिगड़ने की संभावना को देखते हुए जारी किया जाता है। इसका मुख्य मकसद लोगों को सतर्क करना होता है। जलभराव और पेड़ उखड़ने की शिकायत लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को शुक्रवार को जलभराव और उखड़े हुए पेड़ों को लेकर कई कॉल मिलीं। अधिकारियों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी को जलभराव की 17 शिकायतें और पेड़ उखड़ने के बारे में 28 शिकायतें मिलीं, जो कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन रोड, दीचाओं कलां, रोहिणी सेक्टर 7, तिलक नगर, किशनगंज, लोनी रोड के पूर्व और अन्य क्षेत्रों से आई हैं।
तीन साल बाद सबसे साफ हवा का दौर ; दिल्ली तीन वर्ष बाद सबसे ज्यादा साफ हवा में सांस ले रही है। Delhiदिल्ली में शुक्रवार को लगातार 13वें दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से नीचे यानी संतोषजनक श्रेणी में रहा। अगले चार दिनों तक वायु गुणवत्ता के इसी श्रेणी में बने रहने की संभावना है। इससे पहले सितंबर 2021 में लगातार 20 दिनों तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 अंक से नीचे रहा था। दिल्ली की हवा पर बारिश का असर साफ दिख रहा है। इस बार दिल्ली में मध्यम और भारी बारिश की घटनाएं तो कम हुई है, लेकिन लगभग हर दिन कहीं न कहीं हल्की-फुल्की बारिश हो रही है। इसके चलते प्रदूषक कण काफी हद तक साफ हो गए।