दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल से MLA सरयू रॉय ने की मुलाकात, जानें क्या बोले

झारखंड के निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद कहा कि 'आप' का कोई निजी एजेंडा नहीं है और लोग उनके राजनीति के तरीके को पसंद कर रहे हैं।

Update: 2022-03-14 04:23 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड के निर्दलीय विधायक सरयू रॉय (Saryu Roy) ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद कहा कि 'आप' का कोई निजी एजेंडा नहीं है और लोग उनके राजनीति के तरीके को पसंद कर रहे हैं।

सरयू रॉय की रांची लौटते वक्त रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात हुई। अरविंद केजरीवाल के साथ उनके उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी थे। दोनों नेता पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की शानदार जीत के बाद आयोजित होने वाले रोड शो में भाग लेने के लिए अमृतसर जा रहे थे। रॉय ने कहा कि यह एक अनौपचारिक बैठक थी और वह उनके साथ औपचारिक बैठक के लिए फिर से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे।
सरयू रॉय ने अपनी इस मुलाकात के बाद एक फोटो ट्वीट करते हुए कहा है कि उनकी दिल्ली के मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान विभिन्न विषयों पर अनौपचारिक बातचीत हुई। उनकी पुरानी स्मृतियां ताजा हो गईं। अरविंद केजरीवाल जब सूचना अधिकार कानून (RTI) के लिए आंदोलन कर रहे थे, उसी दौरान सरयू रॉय भी इसी आंदोलन को लेकर पटना में काम कर रहे थे।
विधायक सरयू रॉय ने पंजाब में 'आप' पार्टी की शानदार जीत के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा भी वहां अपेक्षा से कहीं ज्यादा बड़ी सफलता उनकी पार्टी को मिली है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सरयू राय से अगली बार दिल्ली आने पर औपचारिक भेंट के लिए कहा।
रॉय ने कहा कि यह एक अनौपचारिक बैठक थी, मैं औपचारिक बैठक करने के लिए दिल्ली जाऊंगा। 'आप' का कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है। लोग उनके राजनीति के तरीके को पसंद कर रहे हैं, 'आप' एक विकल्प के रूप में उभरी है। देखते हैं गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव में क्या होगा।
उन्होंने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल से मिला। मैंने उन्हें पंजाब की जीत पर बधाई दी। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने झारखंड के बारे में भी बात की। हालांकि, हमारे राज्य में अलग-अलग मुद्दे हैं। झारखंड जैसे राज्य को जीतने के लिए केवल एक अच्छा इंसान होना ही काफी नहीं है, युवाओं में मानसिकता का बदलाव जरूरी है।
भाजपा के पूर्व सदस्य और झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रॉय ने 2019 के विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम रघुबर दास को हराया था। अन्ना हजारे के आंदोलन में अरविंद केजरीवाल के साथ सरयू राय भी लंबे समय तक जुड़े हुए थे।
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