शास्त्री पार्क से कोंडली के बीच लाइट मेट्रो चलेगी, दिल्ली सरकार को DMRC ने भेजी फाइल, नया कॉरिडोर इन इलाकों को जोड़ेगा
दिल्ली मेट्रो यमुनापार में शास्त्री पार्क से कोंडली के बीच मेट्रो का एक नया कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम कर रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली मेट्रो यमुनापार में शास्त्री पार्क से कोंडली के बीच मेट्रो का एक नया कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम कर रही है। इसपर कम लागत वाली लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) इसके लिए सर्वे कर के एक फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर सरकार को पहले ही भेज चुकी है। सरकार से मंजूरी मिलते ही इस कॉरिडोर की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
दरअसल, मेट्रो अधिकारियों का तर्क है कि अभी इस इलाके के लोग फीडर बसों के जरिए मेट्रो नेटवर्क से कनेक्ट होते हैं। मेट्रो प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने शास्त्री पार्क से कोंडली के बीच लाइट मेट्रो चलाने की योजना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमने एक फिजिबिलिटी रिपोर्ट सरकार के पास काफी समय पहले भेज दी है। यह करीब 15 किलोमीटर का कॉरिडोर होगा।
इस कॉरिडोर के बनने से विकास मार्ग से होकर गुजरने वाली ब्लू लाइन (वैशाली से द्वारका) और पिंक लाइन कॉरिडोर के बीच में पड़ने वाले पूर्वी जिले के कई हिस्से आपस में सीधे जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही इसपर आगे काम शुरू होगा। बताते चलें कि फिलहाल यह फाइल परिवहन विभाग के पास विचाराधीन है।
वर्तमान में मेट्रो से सीधी कनेक्टिविटी नहीं
शास्त्री पार्क से कोंडली के बीच लाइट मेट्रो कॉरिडोर बनाने की योजना यू ही नहीं बनाई गई है। यह मेट्रो फीडर बस का सबसे व्यस्त रूट है। इसपर कुल 22 मेट्रो फीडर बसें चलती हैं। मेट्रो खुद अपनी फीडर बसें भी चलाता है। यह कोंडली, मयूर विहार फेज तीन, कल्याणवास, मयूर विहार फेज दो, पांडव नगर, शकरपुर, लक्ष्मी नगर, गीता कॉलोनी रमेश पार्क, गांधी नगर, पुश्ता रोड से सटे इलाकों को कनेक्ट करता है। इसमें लक्ष्मी नगर, मयूर विहार फेज दो इलाके को छोड़ दें तो यह पूर्वी जिले का वो इलाका है जहां पर अभी मेट्रो नेटवर्क की सीधी कनेक्टविटी नहीं है। नया कॉरिडोर अगर बनता है तो इससे इस इलाके के एक दर्जन से अधिक इलाकों को फायदा होगा।
तीन कॉरिडोर पर काम चल रहा
बताते चलें कि दिल्ली मेट्रो का कुल नेटवर्क 391 किलोमीट का है जिसपर कुल 286 मेट्रो स्टेशन हैं। मेट्रो नेटवर्क के तीन चरणों का काम पूरा हो चुका है। वर्तमान में मेट्रो फेज चार के तीन कॉरीडोर पर काम चल रहा है। तीन कॉरिडोर की मंजूरी अंतिम चरण में है। फेज चार के तीन बचे हुए कॉरिडोर को मंजूरी मिलने के बाद दिल्ली मेट्रो शास्त्री पार्क से कोंडली के प्रस्तावित कॉरिडोर पर काम शुरू करेगी।
क्या होती है लाइट मेट्रो
लाइट मेट्रो अपने नाम की तरह ही लाइट यानी हल्की होती है। इसे कम संसाधन और सुविधाओं के रहते भी संचालित किया जा सकेगा। कई शहरों में पर्याप्त जगह न होने की स्थिति में इस तरह की नई तकनीक का इस्तेमाल होता है। इसमें तीन कोच के साथ भी मेट्रो का परिचालन किया जा सकता है। इसकी रफ्तार समान्य मेट्रो से कम होती है। इसकी लागत भी 40 फीसदी तक कम होती है।
नंबर गेम
391 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क है
286 मेट्रो स्टेशन हैं कुल
65 किलोमीटर पर फेज चार में काम चल रहा है
नया कॉरिडोर इन इलाकों को जोड़ेगा
- शास्त्री पार्क, पुराना सीलमपुर, गांधी नगर, कृष्णा नगर, झील, लक्ष्मी नगर (विकास मार्ग), मंडावली, विनोद नगर के इलाकों से गुजरते हुए कोंडली तक
- यह कॉरिडोर ब्लू लाइन और पिंक लाइन को भी कनेक्ट करेगा