एनसीआर नॉएडा न्यूज़: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए अधिसूचित एरिया के 6 गांव की जमीन पर बनने वाले कार्गो टर्मिनल और में एमआरओ के लिए अधिग्रहण की जाने वाली जमीन पर बडा खेल खेला जा रहा है। बडे-बडे माफियाओं की नजर इन गांवों की जमीन पर लगी हुई है। जमीन अधिग्रहण के बदले में मिलने वाले मोटे मुआवजे और अन्य सुविधा पाने के लिए लैंड माफिया खेला खेल रहे है।
इन गांव में जमीन खरीदारी बढ़ी: सरकारी अधिकारी से लेकर बडे सफेदपोश नेता अपने नौकर, सगे संबंधी के नाम 10 वर्ग मीटर से लेकर 1,000 हजार वर्ग मीटर तक जमीन खरीद रहे है। जेवर रजिस्टार दफ्तर से पता चला है कि सबसे अधिक जमीन खरीद कुरैब, दयानतपुर समेत तीन गांवों में हो रही है। पता यहा तक भी चला है कि नाबालिंग को बालिक होने का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर जमीन खरीदी जा रही है। जिससे की अलग परिवार दिखाकर मुआवाजे अलावा साढे पांच लाख रुपए की धनराशी और अन्य सुविधा ले सके।
सरकार को झेलना होगा करोड़ों का नुकसान: इन गांवों में 1185 हैक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। जिसमें 124 हैक्टेयर जमीन सरकारी और 57 हैक्टेयर जमीन का अधिग्रहण जिला प्रशासन पहले ही कर चुका है। जमीन अधिग्रहण करने के लिए शासन की ओर से 13 अप्रैल को अधिसूचना जारी की जा चुकी है। यदि इसी तरह का खेला चलता रहा तो राज्य सरकार को कई हजार करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। प्रॉपटी के जानकारों का कहना है कि इन गांवों की जमीन खरीद-फरोख्त पर जिला प्रशासन को तुरंत रोक लगा देनी चाहिए। जो बैनामे हो रहे है उन्हें जीरों कर देना चाहिए तभी इस खेल पर रोक लग सकेगी। सरकार का पैसा लूटने से बचा जा सकेगा।