दिल्ली: चक्रवाती तूफान बिपारजॉय गुजरात के तटों से टकरा चुका है। तूफान कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास आज रात भारी तबाही मचा सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि इस तूफान की स्पीड अधिकतम 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र और कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के तटीय क्षेत्रों से लोगों को शिफ्ट कर दिया है।
दिल्ली एनसीआर में होगी भारी बारिश
चक्रवात बिपारजॉय से दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा असर की उम्मीद नहीं है। हालांकि आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश संभव है. IMD का कहना है कि तूफान के चलते अगले चार दिन तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर और उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश होगी।
मध्य प्रदेश में ये होगा असर
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से बचने के लिए मध्य प्रदेश के शहडोल, जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है। लिहाजा अगले 24 घंटों के दौरान खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, सागर, झाबुआ, उज्जैन, रीवा, सतना और छतरपुर जिलों में भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है।
राजस्थान में बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के जोधपुर और उदयपुर संभाग में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 16 जून को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। 17 जून तक जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
तूफान में फंसने पर क्या करें?
– सरकार द्वारा जारी चेतावनी को सुनते रहें।
– सरकार या स्थानीय प्रशासन द्वारा दिए गए सुझाव को मानें।
– अफवाह पर विश्वास न करें, न ही इन्हें फैलाएं।
– अगर आपका घर साइक्लोन जोन में है, तो उसे तुरंत खाली करके सुरक्षित स्थान पर जाएं।
– अगर आपका घर सुरक्षित बना है, उसके सबसे सुरक्षित जगह पर पनाह लें। लेकिन अगर प्रशासन इसे खाली करने के लिए कहे, तो तुरंत इसे खाली करें।
– घर पर बिना पकाए इस्तेमाल किए जाने वाला खाना और कुछ अतिरिक्त पानी स्टोर करें।
– अगर आप दूसरे स्थान पर जा रहे हैं, तो कीमती सामान को भी अपने साथ ले जाएं।
– तूफान के वक्त घर से बाहर न निकलें।
– बिजली का मेन स्विच और गैस सप्लाई बंद कर दें।
– तूफान के दौरान बारिश और हवा बंद होने के दौरान भी बाहर न निकलें। कभी कभी हवाएं रुक रुक कर चलती हैं और नुकसान पहुंचाती हैं। जब तक आधिकारिक ऐलान नहीं होता कि साइक्लोन का असर खत्म हो गया है, बाहर न निकलें।
– अगर आप शेल्टर में शिफ्ट किए गए हैं, तो अगले आदेश तक इसे न छोड़ें और अधिकारियों के निर्देश का पालन करें।