देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के शाहदरा में एक घरेलू नौकर (Domestic Servant) को मुंबई में फ्लैट खरीदने के सपने ने किडनैपर बना दिया. वह जिस घर में काम करता था, वहीं के एक 7 साल के बच्चे को अगवा कर फिरौती के रूप में 1 करोड़ 10 लाख रुपये की भारी-भरकम रकम की मांग की. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को कॉल मिलते ही गांधी नगर और गीता कॉलोनी थाना से लेकर शाहदरा को अलर्ट पर रखकर आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. दिल्ली पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए महज 3 घंटे में अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करके बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया.
7 साल के इस मासूम बच्चे का अपहरण किसी और ने नहीं, बल्कि घर के उस नौकर ने की थी, जिस पर बच्चे और उसके परिजन आंख बंद करके विश्वास करते थे. बच्चे को छोड़ने की एवज में आरोपी ने 1 करोड़ 10 लाख रुपये की डिमांड कर दी. आरोपी मोनू ने इतनी बड़ी रकम इसी लिये मांगी थी, जिससे वो मुंबई में फ्लैट खरीद सके. मुंबई का रहने वाला मोनू एक महिला की मदद से गांधीनगर में रहने वाले एक व्यापारी के यहां करीब एक महीने पहले घरेलू नौकर के रूप में काम करने आया था.
एक महीने काम के दौरान बच्चे से बड़ी अच्छी दोस्ती कर ली और जब बच्चा उससे पूरी तरह घुलमिल गया तो कुछ दिन बाद मोनू वहां से काम छोड़कर चला गया. मोनू की गैरमौजूदगी में बच्चा उदास हो गया और मोनू को वापस बुलाने की जिद करने लगा. जिसके बाद परिवार ने मोनू को ज्यादा पैसों में एक हफ्ते पहले ही दोबारा काम पर रखा लिया. इसका फायदा उठाया नौकर मोनू कल शाम को बच्चे को पार्क में खिलाने ले गया. फिर एक घंटे बाद परिवार को कॉल करके 1 करोड़ 10 लाख की फिरौती मांग ली. घबराये परिजनों ने एक पीसीआर कॉल कर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने पूरे जिले को अलर्ट कर दिया और मोनू की तलाश में टीम बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन में के आसपास ढूंढने लगी. इसी बीच परिवार लगातार मोनू से बातचीत कर कम पैसों के लिए मनाने में लग गया. उससे बात करके 10 लाख का ऑफर भी किया. वो पुलिस के ट्रैप में आ गया और पुलिस ने उसे गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के पास से 3 घंटे बाद पकड़ लिया. उससे जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने घर मे नौकरी भी इसी प्लानिंग के तहत की थी. इसके लिए इसने बच्चे को अपने साथ अच्छे से मिला लिया था. बच्चा मोनू को चाचा बोलने लगा था. फिलहाल बच्चे की कॉउंसलिंग करवाई जा रही है.