Kejriwal सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए तैयारी शुरू की
New Delhi नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल सरकार ने सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जोरों से तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संबंधित विभागों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में पर्यावरण विभाग, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और विकास विभाग के अधिकारी शामिल हुए। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "21 अगस्त को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण विशेषज्ञों के साथ 'पर्यावरण बचाओ' गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन में विशेषज्ञों की राय के आधार पर सर्दियों की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इस वर्ष हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य जनभागीदारी के जरिए प्रदूषण को नियंत्रित करना होगा।"
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि केजरीवाल सरकार ने सर्दियों में वायु प्रदूषण के खिलाफ तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में पर्यावरण, डीपीसीसी और विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई।उन्होंने कहा, "बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आए, जिनमें कुछ फोकस प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं। जैसे धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाला प्रदूषण, पराली की समस्या, जगह-जगह जलाए जाने वाले कूड़े आदि को केंद्र बिंदु बनाकर काम किया जाएगा। सर्दियों के मौसम में हर क्षेत्र में जगह-जगह कूड़ा जलाया जाता है।"
मंत्री गोपाल राय ने बताया, "इसके अलावा औद्योगिक प्रदूषण है। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दिल्ली की सभी पंजीकृत औद्योगिक इकाइयां पीएनजी में परिवर्तित हो जाएं। ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन दिल्ली ऐप बनाया गया है। इसे और अपग्रेड करने का फैसला किया गया है, ताकि हम लोगों से बेहतर तरीके से संवाद कर सकें और समय रहते उनकी शिकायतों पर कार्रवाई हो सके।" उन्होंने कहा कि अगला फोकस प्वाइंट हॉटस्पॉट है। ये दिल्ली के वो इलाके हैं, जहां लोगों को प्रदूषण से सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। फोकस प्वाइंट रियल टाइम अप्लायंस स्टडी है, जिसके जरिए रियल टाइम प्रदूषण से जुड़े कारणों का पता चलेगा।
फोकस प्वाइंट ई-वेस्ट इको पार्क है। भारत का पहला इको पार्क दिल्ली के होलंबी कलां गांव में बनाया जा रहा है। यह इको पार्क जीरो वेस्ट पॉलिसी के आधार पर काम करेगा।दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा, "सरकार का अगला फोकस प्वाइंट दिल्ली में हरित क्षेत्र को बढ़ाना होगा। इसके साथ ही हम जन जागरूकता और जन भागीदारी को बढ़ावा देंगे। प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अगला फोकस प्वाइंट पटाखों पर प्रतिबंध है और अन्य फोकस प्वाइंट के तहत केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा ताकि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से काम किया जा सके। इसके अलावा, GRAP का क्रियान्वयन है, जिसके इर्द-गिर्द हम अपनी आगे की योजना तैयार करेंगे।"
उन्होंने बताया कि 21 अगस्त को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण विशेषज्ञों के साथ 'पर्यावरण बचाओ' गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मुख्य फोकस प्वाइंट पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। सभी पर्यावरण विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर 'विंटर एक्शन प्लान' तैयार किया जाएगा। इस गोलमेज सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में एक बेहतर कार्ययोजना बनाना है। राय ने कहा,
"इस 'पर्यावरण बचाओ' गोलमेज सम्मेलन के विशेषज्ञों के सुझावों पर दिल्ली सरकार प्रदूषण के स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकेगी। इससे दिल्ली में प्रदूषण के विभिन्न कारकों की पहचान करने और उन्हें दूर करने में मदद मिलेगी।" (एएनआई)