ये सिर्फ मैं नहीं आज देश के लोग चाहते हैं, अरविंद केजरीवाल अगले पीएम बनें
आज देश के लोगों में मोदी के विकल्प के तौर पर अरविंद केजरीवाल में नजर आ रहे हैं। क्योंकि अरविंद केजरीवाल स्वास्थ्य, शिक्षा और बेरोजगारी की बात करते हैं। वहीं बीजेपी, सीबीआई, उपराज्यपाल और दिल्ली के मुख्य सचिव का आज एक ही मकसद है, केजरीवाल को रोकना।
कथित आबकारी नीति घोटाले को लेकर दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। पक्ष और विपक्ष इसे लेकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ लुक आउट नोटिस पर दिनभर रार चली। वहीं मनीष सिसोदिया ने इस पूरे मामले को अब 2024 लोक सभा चुनाव से जुड़ दिया है। उन्होंने कहा कि यह मेरी दिली इच्छा नहीं है कि अरविंद केजरीवाल 2024 में प्रधानमंत्री बनें बल्कि यह आम जनता की इच्छा है। उन्होंने कहा कि 'एक मौका केजरीवाल को' आज राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बन गया है।
आज देश के लोगों में मोदी के विकल्प के तौर पर अरविंद केजरीवाल में नजर आ रहे हैं। क्योंकि अरविंद केजरीवाल स्वास्थ्य, शिक्षा और बेरोजगारी की बात करते हैं। वहीं बीजेपी, सीबीआई, उपराज्यपाल और दिल्ली के मुख्य सचिव का आज एक ही मकसद है, केजरीवाल को रोकना। अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो 2024 का चुनाव भाजपा के हाथ से निकल जाएगा।
बता दें कि शुक्रवार को सीबीआई ने सिसोदिया के घर समेत दिल्ली-एनसीआर में 31 जगहों पर कथित आबकारी नीति घोटाले में छापे मारे थे। इसके अगले दिन यानी शनिवार को मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मैं सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन सीबीआई को गुजरात में हर साल चोरी होने वाले 10,000 करोड़ रुपये के उत्पाद शुल्क की भी जांच करनी चाहिए।
केंद्र की सारी रेड फेल
मनीष सिसोदिया के सुबह के एक ट्वीट पर दिनभर हंगामा चला। सिसोदिया ने ट्वीट कर जानकारी दी कि आपकी (केंद्र सरकार) सारी रेड फेल हो गईं। एक पैसे की हेरा फेरी नहीं मिली, अब लुक आउट नोटिस जारी किया है कि मनीष सिसोदिया मिल नहीं रहा। ये क्या नौटंकी है मोदी जी? खुलेआम दिल्ली में घूम रहा हू, बताईये कहां आना है? आपको मैं मिल नहीं रहा? सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल से भाजपा डरती है। सिसोदिया ने आगे कहा कि एक पैसे के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं मिल पाया है। 2024 में केजरीवाल को रोकना ही भाजपा का मकसद है। महंगाई और बेरोजगारी में मोदी जी बताएं कि क्या समाधान है?
सिसोदिया के इस ट्वीट के बाद आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज, आतिशी, संजय सिंह समेत कई नेताओं ने भाजपा पर लगातार आक्रमण किया। संजय सिंह ने कहा कि यह लुकआउट नोटिस मोदी जी को 2024 में देश से ऑल आउट करेगा। यह नोटिस भेजना कायरता का परिचय है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि विदेशी सरकारें मोदी जी पर हंस रही होंगी कि यह कैसी सरकार है जो महंगाई, बेरोजगारी को दूर करने के बजाए राज्य सरकारों से लड़ रही है। उधर, भाजपा ने भी अपने राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और सांसदों की टीम भ्रष्टाचार के आरोप व तथ्यों के साथ उतारा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया, संजय मयूख, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता व प्रवक्ता हरीश खुराना ने आप पर करारा हमला करते हुए कहा है कि आप नहीं पाप है, भ्रष्टाचारी है और जनता के लिए अभिशाप है।
भाजपा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि वह बताए मौजूदा आबकारी नीति वापस क्यों ली गई
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि केजरीवाल 24 घंटे के अंदर बताए कि उन्होंने आबकारी नीति वापस क्यों ली। उनके मंत्रियों से सवाल करने पर जवाब आता है कि शिक्षा मॉडल की तारीफ विदेशी अखबारों में हो रही है। हकीकत यही है कि आप जनता के लिए अभिशाप साबित हुई है। थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो मुख्यमंत्री तुरंत सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को मंत्री पद से बर्खास्त करें।
मीडिया से बातचीत में भाटिया ने आगे कहा कि हमें गर्व है कि हमने दिल्ली में एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए जनता के सवाल विधानसभा में उठाया और उसका परिणाम आज सबके सामने है। सिसोदिया के उस जवाब को शर्मनाक बताया जिसमें वे घोटालों पर किये गए सवाल का जस्टिफिकेशन यह दे रहे थे कि यह तो सिर्फ एक करोड़ का छोटा घोटाला है। शराब माफियाओं के 144 करोड़ रुपये माफ किये गए फिर 30 करोड़ रुपये जुर्माना भी माफ कर दिया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि यह पहली बार देखा गया है एक ही मंत्री शिक्षा विभाग भी संभालता है और आबकारी विभाग भी। ऐसी कौन सी मजबूरी है कि सतेंद्र जैन को जेल जाने के बाद भी बर्खास्त नहीं किया जा रहा। आबकारी नीति लूट में सिसोदिया सहित अरविंद केजरीवाल का भी हाथ है। लुक आउट नोटिस पर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। केजरीवाल कहते हैं कि भ्रष्टाचार करने वाले देश के गद्दार हैं तो इतने बड़े भ्रष्टाचार होने पर भी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं।