नोएडा में कोरोना की डराने वाली रफ्तार, एक हफ्ते में नए मरीजों की संख्या ढाई गना बढ़े
कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या एक सप्ताह में ढाई गुना बढ़ गई है। इससे सक्रिय मरीजों में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या एक सप्ताह में ढाई गुना बढ़ गई है। इससे सक्रिय मरीजों में भी तेजी से इजाफा हुआ है। नए मरीजों के मुकाबले स्वस्थ होने वाले मरीज भी आधे हो गए हैं। राहत की बात यह है कि अस्पताल में भर्ती आठ मरीजों में कोई भी गंभीर नहीं है। चार मई से 10 मई तक कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या 171 थी। वहीं 11 से 17 मई तक नए मरीज बढ़कर 441 हो गए।
कोरोना संक्रमण दर करीब छह तक पहुंच गई है। जो एक सप्ताह पहले तक करीब एक थी। जिले में चार मई को 147 मरीजों का इलाज चल रहा था। इसमें से इक्का-दुक्का ही अस्पताल में भर्ती थे। वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या 429 हो गई है। यानि दो सप्ताह पहले के मुकाबले सक्रिय मरीजों की संख्या करीब तीन गुना बढ़ी है। जिसमें से आठ को अस्पतालों में भर्ती होकर इलाज कराना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक संदिग्धों की जांच संख्या 2000 तक सीमित रखी है। अगले सप्ताह से तीन 3,000 संदिग्धों की जांच की जा सकती है। जिससे नए मरीजों की संख्या भी बढ़ने की आशंका है। तीन निजी अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस बार भी काफी कम लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। जिले में इलाज के लिए पर्याप्त बेड हैं।
मौसम बदलने से सामान्य फ्लू के मरीज बढ़े
मौसम में एकाएक बदलाव से सामान्य फ्लू के मरीजों बढ़ गए हैं। जिनमें कोरोना संक्रमण के तरह के लक्षण दिख रहे हैं। ऐसे मरीजों को सर्दी-जुकाम, बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत है। जिला अस्पताल में दो दिन में 500 से ज्यादा ऐसे मरीज ओपीडी में परामर्श लेने आए। ऐसे ज्यादातर लोगों की कोरोना की जांच कराई गई। डॉक्टरों ने बताया कि सामान्य फ्लू के कारण भी लोग घबराए हुए हैं। मरीजों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों द्वारा परामर्शित दवाओं का सेवन करना चाहिए।