दो साल बाद दिल्ली एयरपोर्ट से फिर से शुरू हुईं अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, यात्रियों के लिए अतिरिक्त काउंटर खोले गए
कोरोना महामारी के चलते दिल्ली हवाईअड्डे पर करीब दो साल से बंद अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रविवार से फिर शुरू हो गईं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना महामारी के चलते दिल्ली हवाईअड्डे पर करीब दो साल से बंद अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रविवार से फिर शुरू हो गईं। पहले दिन यहां अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के चार अतिरिक्त चेक इन काउंटर और दो अतिरिक्त सुरक्षा जांच लाइन बनाई गई थीं। हवाईअड्डे के फूड कोर्ट में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भीड़ से रौनक दिखी। यात्रियों की भीड़ नियंत्रित रहे और सामाजिक दूरी भी बनी रहे इसके लिए टर्मिनल 3 पर अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। कुछ जगह इन्हें स्टील के बैरिकेड लगाकर चिन्हित भी किया गया है।
पहला दिन होने के चलते सुबह से ही हवाईअड्डे पर एयरलाइन कंपनियों, सीआईएसएफ व हवाईअड्डा प्रशासन ने 150 अतिरिक्त कर्मचारी लगाए थे। हालांकि, एयरलाइन कंपिनयों की मानें तो अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या बढ़ने में एक सप्ताह लगेगा। अभी फिलहाल कोरोना के चलते हफ्ते में 600 से अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन होता है। अप्रैल के पहले सप्ताह तक यह संख्या 1100 तक जाने की संभावना है। इमिग्रेशन काउंटर और अधिकारी भी बढ़ाए जाने की तैयारी है।
जांच में आसानी हुई
प्रतिबंध हटने के बाद अब अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच में पहले से आसानी हुई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लेकर दिशा निर्देशों में संशोधन किया है। इसके तहत यात्रियों और कर्मचारियों को कई पाबंदियों से राहत मिली है। हालांकि अभी हवाई अड्डों और उड़ानों में मास्क पहनना अनिवार्य है। संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार, एयरलाइंस में अब सामाजिक दूरी के लिए तीन सीटें खाली नहीं छोड़नी है। सात ही कर्मचारियों को पीपीई किट पहनना अनिवार्य नहीं है। इससे सुरक्षा जवानों को भी यात्रियों की तलाशी लेने में आसानी हुई है।
23 मार्च 2020 को लगी थी रोक
कोरोना महामारी के कारण 23 मार्च 2020 को अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर रोक लगाई गई थी। इसके बाद जुलाई 2020 से करीब 40 देशों के बीच हवाई एयर बबल के तहत विशेष उड़ानें शुरू की गई थीं। अब फिर पूरी क्षमता के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू की जा रही हैं।
लोग बोले
यात्री विनोद ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध हटने से अब देश से बाहर आवाजाही में आसानी होगी। कभी भी टिकट ले सकते हैं। पहले सीमित संख्या में उड़ान चलने पर परेशानी होती थी। कई जगहों पर सीधे फ्लाइट नहीं होने से परेशानी होती थी।'
टूर सलाहाकार रवि ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय उड़ान प्रतिबंधित होने से व्यवसाय ठप पड़ा था। अब काम बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा प्रतिबंध हटने से टिकट के रेट भी पहले से कुछ कम होने की उम्मीद है, जिससे बड़ी संख्या में यात्रियों को फायदा होगा।'