न्यू अशोक नगर में जेवर मेट्रो के लिए बनेगा इंटरचेंज, 15 मार्च तक मिलेगी डीपीआर, जाने कितने होंगे स्टेशन और कितना आएगा खर्च
जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने में करीब 15000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने में करीब 15000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ग्रेनो से नई दिल्ली के बीच नोएडा सेक्टर 142, बॉटनिकल गार्डन, न्यू अशोक नगर, यमुना बैंक, नई दिल्ली समेत छह स्टेशन बनाए जाएंगे। एक और स्टेशन प्रस्तावित किया जाना है। न्यू अशोक नगर में इंटरचेंज बनाया जाएगा। आईटीओ के आगे से नई दिल्ली तक मेट्रो का अंडरग्राउंड ट्रैक बनेगा। उम्मीद है कि 15 मार्च तक इसकी डीपीआर मिल जाएगी।
जेवर एयरपोर्ट और आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली को मेट्रो के जरिए जोड़ने की कवायद चल रही है। जेवर से नई दिल्ली (नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बने मेट्रो स्टेशन तक) तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बना रहा है। डीपीआर को लेकर डीएमआरसी के अधिकारियों ने पिछले दिनों यमुना प्राधिकरण के अफसरों के साथ चर्चा की थी। इसमें प्रस्तावित रूट के बारे में चर्चा की गई थी। यह भी बताया गया था कि कहां-कहां पर मेट्रो स्टेशन बनाए जा सकते हैं। हालांकि डीपीआर में ही इसको अंतिम रूप दिया जाएगा।
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे दौड़ेगी मेट्रो
इस कॉरिडोर को दो चरणों में बनाए जाना है। पहला चरण जेवर से नॉलेज पार्क टू ग्रेटर नोएडा तक बनाया जाएगा। यहां तक मेट्रो के लिए एलिवेटेड ट्रैक बनेगा। जेवर से ग्रेनो तक 35.64 किलोमीटर का कॉरिडोर होगा। इसमें सात मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। ये स्टेशन नॉलेज पार्क 2, टेकजोन, सलारपुर अंडरपास, सेक्टर 18, सेक्टर 20, सेक्टर 28-29 और एयरपोर्ट में प्रस्तावित किए गए हैं। इस कॉरिडोर के बनाने में करीब 6000 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है। यह कॉरिडोर यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे किनारे आएगा।
ग्रेनो से यमुना बैंक तक एलिवेटेड ट्रैक बनेगा
दूसरे चरण में नॉलेज पार्क 2 ग्रेनो से लेकर नई दिल्ली तक का कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह पूरी तरह से नया कॉरिडोर होगा। ग्रेनो से आईटीओ (जहां से मेट्रो लाइन अंडरग्राउंड होती है) से आगे तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके आगे नई दिल्ली तक अंडरग्राउंड मेट्रो जाएगी। इसमें छह स्टेशन होंगे, जिसमें नोएडा सेक्टर 142, बॉटनिकल गार्डन, न्यू अशोक नगर, यमुना बैंक और नई दिल्ली प्रस्तावित किए गए हैं। एक और स्टेशन की प्रस्तावित किया जाना है। न्यू अशोक नगर में इसका इंटरचेंज बनाया जाएगा। दूसरे चरण के कॉरिडोर के निर्माण में करीब 9000 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि डीएमआरसी ने ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक छह स्टेशन प्रस्तावित किए हैं। जेवर से नई दिल्ली तक नया कॉरिडोर बनाने में 15000 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च होने का अनुमान है। हालांकि इसकी विस्तृत जानकारी डीपीआर बनने पर मिलेगी।