कनाडाई नागरिकों के लिए भारत ने रोकी वीजा सर्विस, खालिस्तानी आतंकी की हत्या के बाद तनाव

खालिस्तानी आतंकी की हत्या के बाद तनाव

Update: 2023-09-21 12:55 GMT
नई दिल्ली: भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है। पहले दोनों देशों के डिप्लोमेट्स को सस्पेंड किया और अब नई दिल्ली ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है। ये भारत की ओर से अब तक का सबसे बड़ा कदम है। दोनों देशों के बीच तनाव उस वक्त बढ़ गया जब कनाडा के पीएम ने खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया।
दरअसल, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इसी को देखते हुए कनाडा में मौजूद भारत के वीजा एप्लिकेशन सेंटर ने ये घोषणा की है।
इससे पहले कनाडा ने मंगलवार को अपने नागरिकों को भारत के कुछ खास हिस्सों में न जाने के लिए एडवाइजरी जारी की थी। बुधवार को भारत ने भी इसी तरह की एडवाइजरी जारी कर दी। इसके बाद देर रात कनाडा ने भारत की एडवाइजरी को खारिज कर दिया। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, कनाडा के पब्लिक सेफ्टी मिनिस्टर डोमिनिक लेब्नेक ने ओटावा में मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका देश पूरी तरह से सुरक्षित है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वीजा सेवाओं के निलंबन की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि कनाडा में वीजा आवेदन केंद्र चलाने वाले बीएलएस इंटरनेशनल ने इस संबंध में अपनी कनाडाई वेबसाइट पर एक मैसेज पोस्ट किया है। इस संदेश में लिखा, "भारतीय मिशन से महत्वपूर्ण सूचना: परिचालन कारणों की वजह से गुरुवार (21 सितंबर 2023) से भारतीय वीजा सेवाओं को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है।"
भारतीय अधिकारी ने की पुष्टि
मामले पर एक भारतीय अधिकारी ने निलंबन की पुष्टि की लेकिन इसको लेकर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “भाषा स्पष्ट है और यह वही कहती है जो वह कहना चाहती है।” यह पहली बार है जब भारत ने कोविड-19 महामारी के बाद वीजा निलंबित किया है। इससे पहले विदेश मंत्रालय की ओर से एडवाइजरी जारी करके कहा गया था कि कनाडा जाने वाले भारतीय नागरिक सावधानी रखें। ऐसे किसी भी इलाके में न जाएं जहाँ पर भारत विरोधी घटनाएँ हुई हों या फिर ऐसा होने की आशंका हो। कनाडा में हेट क्राइम बढ़ गया है और वहां जाने पर सावधानी
बरतें।
भारत ने कनाडा से मांगे सबूत
बुधवार (20 सितंबर) को संसद के विशेष सत्र के दौरान ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे। उसके बाद से भारत लगातार कनाडा खिलाफ एक्शन में है। भारत ने कनाडा से कहा कि जो आरोप लगाए हैं उसके सबूत पेश करने होंगे।
भारत ने एडवाइजरी में सुरक्षित रहने को कहा था
भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की थी। जिसमें कहा गया था- कनाडा में जारी भारत विरोधी एक्टिविटीज के मद्देनजर वहां रहने वाले या वहां की यात्रा पर जाने वाले नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वो बहुत सतर्कता बरतें। हालिया वक्त में देखा गया है कि कनाडा में मौजूद इंडियन डिप्लोमैट्स और इंडियन कम्युनिटी के एक खास तबके को धमकियां दी जा रही हैं। ये वो लोग हैं जो भारत विरोधी एजेंडे का विरोध करते हैं।
एडवाइजरी के मुताबिक कनाडा में बिगड़ते हुए सुरक्षा हालात के मद्देनजर वहां मौजूद इंडियन स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। इंडियन कम्युनिटी और स्टूडेंट्स हाईकमीशन और कॉन्स्युलेट्स की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
कनाडा में पन्नू की धमकी पर हिन्दू संगठन ने ट्रूडो सरकार को पत्र लिखा
दूसरी तरफ बुधवार को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कनाडा में रह रहे हिंदुओं को देश छोड़ने की धमकी दी थी। इस पर कनाडाई हिंदुओं ने जस्टिन ट्रूडो सरकार को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में पन्नू के बयानों पर चिंता जताई गई है और उसे हेट क्राइम घोषित करने की अपील की गई है।
कनाडाई हिंदू संगठन 'हिंदू फोरम कनाडा' ने मिनिस्टर ऑफ पब्लिक सेफ्टी डोमिनिक लेब्लेन को ये खत लिखा। हिंदू संगठन ने अपने पत्र में कहा- पन्नू ने अपनी और अपने खालिस्तानी सहयोगियों के विचारों को स्पष्ट रूप से रखा है। वे ऐसे लोगों को टारगेट करना चाहते हैं, जो उनकी विचारधारा से सहमत नहीं हैं। कनाडा सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
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