आने वाले 3 सालों में सार्वजन‍िक पर‍िवहन बेड़े की बसों में 80 फीसदी संख्‍या इलेक्‍ट्र‍िक बसों की होगी : द‍िल्‍ली सरकार

द‍िल्‍ली में वायु प्रदूषण को कम करने के ल‍िए केजरीवाल सरकार लगातार प्रयास कर रही है.

Update: 2022-08-25 14:09 GMT

द‍िल्‍ली में वायु प्रदूषण को कम करने के ल‍िए केजरीवाल सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके ल‍िए सरकार ने इलेक्‍ट्र‍िक व्‍हीकल पॉल‍िसी (EV Policy) को लागू क‍िया की है ज‍िसके अंतर्गत वाहनों को चरणबद्ध तरीके से ईवी में तबदील क‍िया जा रहा है. द‍िल्‍ली सरकार की योजना है क‍ि आने वाले तीन सालों में सार्वजन‍िक पर‍िवहन (Public Transport) बेड़े की बसों में 80 फीसदी संख्‍या इलेक्‍ट्र‍िक बसों (E-Buses) की होगी. 2025 के अंत तक परिवहन विभाग में कुल बसों की संख्या 10,380 करने की तैयारी है ज‍िसमें से अकेले 8180 इलेक्ट्रिक बसें होंगी.

द‍िल्‍ली सरकार इन व्‍हीकल के ल‍िए इलेक्‍ट्र‍िक चार्जिंग स्‍टेशन भी बड़ी संख्‍या में तैयार कर रही है. इसके ल‍िए ज्‍यादा से ज्‍यादा बस ड‍िपो में ईवी चार्ज‍िंग स्‍टेशन स्‍थाप‍ित क‍िए जा रहे हैं. मौजूदा समय में स‍िर्फ तीन बस ड‍िपो में चार्ज‍िंग स्‍टेशन लगाने की शुरूआत हुई है.
वहीं अगले साल तक 17 बस ड‍िपो में चार्ज‍िंग स्‍टेशन स्‍थाप‍ित करने की योजना है. इतना ही नहीं सरकार की योजना 2023 के आख‍िर तक 55 बस ड‍िपो में चार्ज‍िंग स्‍टेशन तैयार करने की है. अगले तीन सालों के भीतर यानी 2025 तक दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों के लिए 18,000 चार्जिंग प्वाइंट बन कर तैयार हो जाएंगे.
बताते चलें क‍ि द‍िल्‍ली सरकार की ओर से अभी स‍िर्फ 250 इलेक्‍ट्र‍िक बसों का ही संचालन क‍िया जा रहा है. द‍िल्ली सीएम अरव‍िंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को राजघाट बस डिपो-2 (Rajghat Bus Depot-2) से 97 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों का उद्घाटन क‍िया था. इससे पहले द‍िल्‍ली की सड़कों पर 153 इलेक्ट्रिक बसें चल रही थीं. नई बसों की शुरूआत के बाद अब इनकी संख्‍या 250 हो गई है. सरकार का मानना है क‍ि नवंबर 2023 तक 1500 और नई ई-बसें आ जाएंगी और बेड़े में 1800 ई-बसें होने के साथ ही दिल्ली, देश का इकलौता शहर हो जाएगा, जहां सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें होंगी.
इतना ही नहीं सरकार अब बस ड्राईवर के रूप में मह‍िलाओं को भी बड़ी ज‍िम्‍मेदारी दे रही है. बुधवार को दिल्ली में 11 महिलाओं को बस चलाने की जिम्मेदारी दी गई. वहीं, आने वाले कुछ महीनों में इस संख्या को 200 क‍िया जाएगा. यानी अब 200 महिलाओं को बस ड्राइवर की जिम्मेदारी दी जाएगी. स्‍कूल और स्‍वास्‍थ्‍य के बाद अब सरकार ट्रांसपोर्ट के सेक्टर में दिल्ली को पूरी दुनिया का मॉडल बनाने के लक्ष्‍य पर काम कर रही है.
द‍िल्‍ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है क‍ि लो फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों के डीटीसी के बेड़े में शामिल होने से दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और मजबूती मिलेगी. विशेषज्ञों का कहना है क‍ि एक बस की बैटरी अगर जीरो फीसदी है और उसे 100 फीसदी तक चार्ज करना है तो लगभग 42 मिनट का समय लगता है.



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