दिल्ली न्यूज़: दिल्ली में अभी कोरोना कंट्रोल में है। सभी बड़े अस्पतालों में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। अच्छी बात यह भी है कि दिल्ली में अभी तक BF.7 का एक भी मामला नहीं आया है। डॉक्टरों का कहना है कि दुनिया में जहां भी कोरोना फैल रहा है, वह ओमिक्रॉन का ही सब वेरिएंट है और माइल्ड असर कर रहा है। अभी दिल्ली में कोविड से ज्यादा वायरल और निमोनिया के मरीज आ रहे हैं। कई मरीजों को एडमिट कर इलाज की जरूरत पड़ रही है। यहां तक कि इन्हें स्टेरॉयड भी देना पड़ रहा है।
दिल्ली में अभी BF.7 का एक भी मरीज नहीं: दिल्ली के सबसे बड़े कोविड सेंटर एलएनजेपी के डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि अभी तक उनके यहां एक भी मरीज कोविड का नहीं है। जीनोम सीक्वेंसिंग में एक भी BF.7 का मरीज नहीं मिला है। मंगलवार को कोविड की तैयारी को लेकर मॉकड्रिल है। जिसमें कोविड के इलाज को लेकर तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। अभी दिल्ली की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। पैनिक होने की जरूरत नहीं है। हमारी तैयारी पूरी है और उम्मीद है कि इस बार कोविड का बहुत ज्यादा असर नहीं होगा। अभी कोविड से ज्यादा वायरल फीवर और निमोनिया के मरीज आ रहे हैं। औसतन रोज 4 से 5 मरीज आ रहे हैं। जिनमें फीवर, खांसी, चेस्ट इन्फेक्शन बहुत कॉमन दिख रहा है। दिल्ली में अचानक से ठंड बहुत बढ़ गई है। यह मौसम बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशान करता है। पहले से अस्थमा या सांस की बीमारी से पीड़ितों के लिए यह परेशान करने वाला समय है। इसलिए लोगों को सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने चाहिए। खानपान पर भी ध्यान देना चााहिए
निमोनिया और वायरल कर रहा है परेशान: मैक्स हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन के एक्सपर्ट डॉक्टर रोमेल टिक्कू ने कहा कि अभी कोविड से ज्यादा वायरल निमोनिया के मरीज आ रहे हैं। कोविड का एक भी मरीज अस्पताल में एडमिट नहीं है। जो भी नए स्ट्रेन मिल रहे हैं, वह सभी ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट हैं, जो भारत में पहले ही फैल चुका है और इसका असर बहुत माइल्ड ही है। लेकिन सबसे जरूरी यह है कि मास्क पहनें। अभी वायरल निमोनिया के मामले बहुत आ रहे हैं। कई मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। खासकर जिन्हें ब्रोंकाइटिस है। अभी दिल्ली की हवा भी बहुत खराब है। मरीज जिन्हें खांसी हो रही है, उनकी खांसी जल्दी जा नहीं रही है। कुछ मरीजों में निमोनिया का स्तर इतना ज्यादा होता है कि ,उन्हें नेबोलाइजर की जरूरत हो रही है। कुछ को स्टेरॉयड भी देना पड़ रहा है।
कोविड अपडेट:
दिल्ली सरकार के कोरोना डैशबोर्ड के अनुसार सोमवार शाम 6 बजे तक दिल्ली में सिर्फ 14 मरीज इलाज के लिए एडमिट हैं। जिनमें से 4 मरीज आईसीयू बेड पर हैं और दो मरीज वेंटिलेटर पर हैं। कुल 8275 कोविड बेड्स में से 8261 बेड खाली हैं।
सर्दी से बचाव के लिए आयुर्वेद अपनाएं
दिल्ली नगर निगम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर. पी. पाराशर ने कहा कि ठंड के साथ-साथ प्रदूषण भी बहुत है। सुबह के समय सर्दी के दिनों में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक होते हैं। इसलिए मरीजों का कमरा रात में गर्म रहना चाहिए।
सर्दियों में रखें इन बातों का ख्याल:
– सुबह के समय बुजुर्गों और मरीजों को सैर पर नहीं जाना चाहिए, धूप निकलने के बाद ही जाएं।
– ठंडी तासीर की चीजों के साथ-साथ कड़वे, तीखे और कसैले स्वाद वाले भोजन न लें।
– तुलसी, अदरक, लौंग, काली मिर्च, छोटी पीपल, दालचीनी का इस्तेमाल दूध, चाय या काढ़े के रूप में करें।
– गर्म पानी से नहाएं और नहाने से पहले सरसों या तिल के तेल को गुनगुना कर शरीर की मालिश करें।
– तिल, गुड़, दूध उड़द, मूंगफली आदि पोषक पदार्थों का सेवन करें
– जौ के बजाए ज्वार, बाजरा और मक्के का प्रयोग करें।
– परवल, भिंडी, करेले जैसी सब्जियां न खाएं। सरसों, बथुआ, पालक, मेथी और मसूर की दाल लें।
– कमरे में हीटर चलाए, लेकिन वेंटीलेशन का ध्यान अवश्य रखें।