दिल्ली में करोड़ों की धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल पति-पत्नी गिरफ्तार
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर थाने की पुलिस टीम ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल पति-पत्नी को फर्जी कार ऋण मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपितों दीपक गोयल व चंचल गोयल की गिरफ्तारी से फर्जी कार लोन के तीन मामले सुलझा लिए हैं।
एक सीबीआई का मामला भी है दोनों पर
आरोपित पति-पत्नी सीबीआई के एक मामले में भी शामिल पाए गए है। दीपक गोयल पर धोखाधड़ी के 16 और चंचल गोयल पर पांच मामले दर्ज हैं। दोनों ने इलाहाबाद बैंक बीडी एस्टेट शाखा को कार लोन के नाम पर 49 लाख रुपये का चुना लगाया था।
उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने बताया कि 26 मार्च, 2022 को इलाहाबाद बैंक बीडी एस्टेट शाखा (अब इंडियन बैंक) के मुख्य प्रबंधक संजीव कुमार ने तिमारपुर थाने में मामला दर्ज कराया था। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि चंचल गोयल द्वारा कार ऋण के बदले में धोखाधड़ी की गई।
चारू मोटर्स के नाम पर इलाहाबाद बैंक द्वारा जारी एक डिमांड ड्राफ्ट, एचडीएफसी बैंक की जयपुर शाखा में जमा हुआ था। चंचल गोयल ने अन्य सह-अभियुक्तों दीपक गोयल और विनय अग्रवाल के साथ मिलकर चारू मोटर्स के जाली दस्तावेज तैयार कर इलाहाबाद बैंक में कार ऋण के लिए आवेदन किया था। इसके बाद 18.25 लाख रुपये चारू मोटर्स को ट्रांसफर कर दिए गए।
बैंक से लिए थे तीन फर्जी कार लोन
गौरतलब है कि फर्जी दस्तावेज जमा कर इलाहाबाद बैंक से तीन फर्जी कार लोन लिए थे। दीपक गोयल और विनय अग्रवाल इन कार लोन आवेदनों में जमानती थे। मामला दर्ज होने के बाद जांच की गई। दस्तावेज में दिए गए पते फर्जी पाए गए। जांच में खाता विवरण के विश्लेषण से पता चला कि धोखाधड़ी की राशि 18.25 लाख रुपये टीएंडटी मोटर्स (मुंबई) और पुष्पेंद्र सिंह (मुंबई) के खातों में ट्रांसफर की गई।
इस मामले में चंचल गोयल को 14 मई को रोहिणी से गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान पता चला कि आरोपित दीपक गोयल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद है। 17 मई को संबंधित न्यायालय की अनुमति प्राप्त कर अभियुक्त दीपक गोयल को इस प्रकरण में औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया।
इलाहाबाद बैंक को लगाया 49 लाख का चूना
पूछताछ में दोनों ने बताया कि फर्जी दस्तावेज तैयार कर इलाहाबाद बैंक, बीडी एस्टेट शाखा में कार लोन के लिए आवेदन किया था। इसके बाद राशि को फर्जी खातों में स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे इलाहाबाद बैंक को 49 लाख का चूना लगा। पूछताछ में पता चला कि दोनों पति-पत्नी ने गिरवी संपत्तियों पर कई फर्जी होम लोन लिए थे।
पति-पत्नी ने अन्य आरोपितों के साथ मिलकर होम लोन के बहाने पंजाब एंड सिंध बैंक से 4.5 करोड़ रुपये हड़पे थे, इस मामले में सीबीआई द्वारा एफआइआर दर्ज की गई थी। फर्जीवाडा करने का तरीका आरोपितो ने मोती नगर स्थित चारू मोटर्स के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए और फिर इलाहाबाद बैंक में कार लोन के लिए आवेदन किया।
आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर चारू मोटर्स प्रा. ली. के स्थान पर चारू मोटर्स लिख दिया था। फिर कार ऋण के लिए आवेदन किया। इसके बाद उन्होंने चारू मोटर्स के पक्ष में डीडी प्राप्त किया और इसे एचडीएफसी बैंक में जमा कर दिया। मुंबई में चारू मोटर्स के नाम से फर्जी खाता खोला और एक बार जब राशि चारू मोटर्स के खाते में स्थानांतरित कर दी गई, तो बाद में पैसा अन्य खातों में स्थानांतरित कर दिया गया।
12वीं तक पढ़ा है दीपक गोयल
आरोपित व्यक्तियों का प्रोफाइल हरियाणा के भिवानी निवासी दीपक गोयल 12वीं तक पढ़ा है। वह 1998 में दिल्ली आया और उसने प्रॉपर्टी डीलर का काम शुरू किया। उत्तम नगर में लगभग 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पहला मामला दर्ज किया गया था।
वह पहले 16 मामलों में शामिल रहा है, जिसमें एक सीबीआई में दर्ज मामला भी शामिल है। चंचल गोयल स्नातक है और 2005 में उसकी शादी दीपक से हुई। वह उत्तम नगर मामले और सीबीआई मामले में भी शामिल है। वह कुल पांच मामलों में शामिल पाई गई है।