दिल्ली एन सी आर में 56℃ पहुंचेगा हीट इंडेक्स, 37 शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के उपर, देश में भीषण गर्मी

Update: 2024-05-27 07:47 GMT

नई दिल्ली : देश के बड़े हिस्से में रविवार को भीषण गर्मी का कहर देखने को मिला और 37 शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। महाराष्ट्र के अकोला में लू की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी अजीत कुंभार ने 31 मई तक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी। देश के बड़े हिस्से में रविवार को भीषण गर्मी का कहर देखने को मिला और 37 शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। महाराष्ट्र के अकोला में लू की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी अजीत कुंभार ने 31 मई तक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया।

राजस्थान का फलौदी लगातार दूसरे दिन देश का सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 49.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक दिन पहले शहर का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कम से कम 37 स्थानों पर रविवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया। यहां तक कि हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियां भी तेज तापमान की चपेट में है। शिमला में 30.6 डिग्री सेल्सियस के साथ इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा, जबकि ऊना में 44.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।दिल्ली में कम से कम आठ स्थानों पर अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया जिसमें मुंगेशपुर और नजफगढ़ में क्रमशः 48.3 डिग्री सेल्सियस और 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के नारनौल में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस और पंजाब के फरीदकोट में 47.4 डिग्री सेल्सियस रहा। चिलचिलाती गर्मी के कारण महाराष्ट्र के अकोला में प्रशासन ने सार्वजनिक समारोहों पर रोक लगाते हुए 31 मई तक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 (निषेधाज्ञा) लागू कर दी। जिलाधिकारी ने प्रतिष्ठानों को श्रमिकों के लिए पीने के पानी और पंखों की पर्याप्त व्यवस्था करने का आदेश दिया।
उन्होंने निजी कोचिंग कक्षाओं के समय में बदलाव करने और उन्हें दोपहर के दौरान आयोजित नहीं किए जाने का निर्देश दिया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले सप्ताह उनके कुल भंडारण का केवल 24 प्रतिशत रह गया जिससे कई राज्यों में पानी की कमी बढ़ गई और जलविद्युत उत्पादन पर काफी असर पड़ा। भीषण गर्मी ने पहले ही भारत की बिजली की मांग को 239.96 गीगावाट तक पहुंचा दिया है, जो इस सीजन में अब तक की सबसे अधिक है। घरों और कार्यालयों में एयर कंडीशनर और कूलर पूरी क्षमता से चल रहे हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है तथा बिजली की मांग और भी बढ़ सकती है।राजस्थान के बाड़मेर में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 48.6 डिग्री सेल्सियस और जैसलमेर में 48.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। स्थानीय लोगों के साथ बातचीत में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बिजली और पानी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। बिजली, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों तथा कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राजस्थान और दिल्ली के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ी जबकि पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू का कहर रहा।
महाराष्ट्र के अकोला और यवतमाल में अधिकतम तापमान क्रमश: 45.2 डिग्री सेल्सियस और 46.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जबकि मध्य प्रदेश के सागर में पारा 46.2 डिग्री सेल्सियस, गुना में 46.2 डिग्री सेल्सियस और खजुराहो में 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा और पंजाब भीषण गर्मी झेल रहे हैं जहां रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य सीमा से ऊपर रहा।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रोहतक और हिसार में अधिकतम तापमान क्रमश: 46.7 डिग्री और 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अंबाला में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री, करनाल में 43.7 डिग्री, सिरसा में 46.8 डिग्री दर्ज किया गया जबकि गुरुग्राम में तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में भी भीषण गर्मी रही, यहां अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में अमृतसर में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लुधियाना में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री दर्ज किया गया जबकि पटियाला में 45.7, पठानकोट में 44.5, बठिंडा में 45.2, फरीदकोट में 44 और गुरदासपुर में 44.5 डिग्री तापमान रहा। मौसम कार्यालय ने कहा कि दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 29 मई तक गर्मी का कहर जारी रहेगा। आईएमडी के अनुसार अगले चार दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में रात में भी गर्मी लोगों को परेशान करती रहेगी।
अब तक की घटनाएं-
दिल्ली में तेज गर्म हवाओं के साथ लू से लेकर भीषण लू चलने की संभावना राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को भीषण गर्मी का कहर देखने को मिलेगा। आज तेज गर्म हवाएं चलने के साथ ही भीषण लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने दिल्ली में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 2.6 डिग्री अधिक है। राजधानी में सुबह 8:30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 48 प्रतिशत दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने दिल्ली में आज आसमान साफ रहने और तेज हवाओं के साथ लू से लेकर भीषण लू चलने की संभावना जताई है।
राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है जहां रविवार को लू-तापघात से एक व्यक्ति की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस बीच चिकित्सा विभाग ने भीषण गर्मी के प्रबंधन के लिए चिकित्सा संस्थान वार नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में जोधपुर, बीकानेर व कोटा संभाग में अनेक जगह ‘हीटवेव व तीव्र हीटवेव’ दर्ज की गई। इस दौरान फलोदी में अधिकतम तापमान 49.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 6.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। राज्य में पड़ रही गर्मी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीती रात सर्वाधिक न्यूनतम तापमान कोटा में 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
लू-तापघात से लोगों की मौत मौसम केंद्र के अनुसार राज्य में भीषण गर्मी का दौर अभी जारी रहेगा। जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने एक बयान में बताया कि लू-तापघात के चलते रविवार को अजमेर के सराना गांव निवासी 40 वर्षीय मोती सिंह की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दिहाड़ी मजदूर मोती सिंह की शनिवार को रूपनगढ़ गांव में ट्रैक्टर में पत्थर भरते समय अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे पहले सीएचसी रूपनगढ़ लाया गया और यहां से उसे जिला अस्पताल किशनगढ़ रैफर किया गया था। अधिकारी ने बताया कि रास्ते में ही मोती सिंह की मौत हो गई। इस बीच ‘हीटवेव प्रबंधन’ के तहत अस्पतालों में उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की नियमित निगरानी एवं तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जिलों में चिकित्सा संस्थान वार नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। ये नोडल अधिकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय करते हुए भीषण गर्मी के प्रकोप से बचाव, जांच, दवा एवं उपचार सहित तमाम प्रबंध सुनिश्चित करेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि ‘हीटवेव’ (भीषण गर्मी के प्रकोप) से पीड़ित रोगियों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए राज्य स्तर के साथ-साथ सभी जिलों में 24 घंटे नियंत्रण कक्ष का संचालन किया जा रहा है। साथ ही, हेल्पलाइन 1070 एवं एम्बुलेंस सेवा 104 एवं 108 उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सा संस्थानों में तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राजस्थान चिकित्सा राहत समिति (आरएमआरएस) निधि का युक्ति संगत उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के संभल में तपस्या करते हुए पागल बाबा की मौत
संभल के केला देवी क्षेत्र में विश्व शांति और नशा मुक्ति के लिए अपने चारों तरफ आग जलाकर तपस्या कर रहे 70 वर्षीय पागल बाबा की तबीयत खराब होने के बाद मृत्यु हो गई। संभल के उप जिलाधिकारी विनय कुमार मिश्रा ने रविवार को एक बयान में बताया कि अमेठी के रहने वाले कमली वाले पागल बाबा के नाम से मशहूर बाबा केला देवी थाना क्षेत्र के बेनीपुर में पंचाग्नि तपस्या कर रहे थे। उनकी तपस्या 23 मई से 27 मई तक होनी थी। उन्होंने इसके लिए प्रशासन से मंजूरी भी ली थी। मिश्रा ने बताया कि पागल बाबा की रविवार को अचानक तबीयत खराब हो गई जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
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