गुर्जर समाज को गुर्जरी कार्निवाल से ढ़ेर सारी उम्मीदें, ग्रेटर नोएडा में लगेगा गुर्जर मेला

Update: 2023-02-27 11:42 GMT

नॉएडा न्यूज़: आगामी 4 व 5 मार्च को ग्रेटर नोएडा में लगने वाले गुर्जर समाज के मेले (गुर्जरी कार्निवाल -2023) से समाज को बहुत कुछ हासिल होने की उम्मीद है। समाज के लोगों का मत है कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज को व्यापक पहचान व ऊर्जा मिलती है।

आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर गुर्जर समाज की प्रमुख संस्था का मुख्यालय स्थापित है। अखिल भारतीय गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान के नाम की इस संस्था में 4 व 5 मार्च 2023 (शनिवार व रविवार) को गुर्जरी कार्निवाल-2023 का आयोजन होगा। चेतना मंच पहले भी इस आशय का समाचार प्रकाशित कर चुका है। (यहां पढ़ें पूरा विवरण) गुर्जर समाज के इस मेले में बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल होंगे।

क्या है गुर्जर संस्थान का मकसद ?

आपको बता दें कि इस संस्थान का प्रमुख उदेश्य समाज के छात्र-छात्राओं को उनके बौद्धिक विकास के शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना तथा शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न विषयों पर शोध कार्य कराना है। संस्थान के भवन में छात्र-छात्राओं के लिए सुव्यवस्थित ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था 24 घंटे नि:शुल्क वाई-फाई के साथ उपलब्ध है। संस्थान के पुस्तकालय में अध्यनोपरान्त विभिन्न प्रतियोगात्मक परिक्षाओं को उत्तीर्ण करके विभिन्न सरकारी विभागों जैसे- गृह मंत्रालय, राजस्व विभाग, भारतीय रेलवे, लोक सेवा आयोग, पुलिस, इत्यादि में अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली है और सैंकड़ों छात्र-छात्राएं अभी संस्थान के पुस्तकालय में अध्यन कर रहे हैं। संस्थान इन सभी छात्र-छात्राओं को सभी मूल सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।

इतना ही नहीं संस्थान का मकसद यह भी है कि समाज के पूर्वजों के गौरवशाली इतिहास को समाज के नये युवा वर्ग के सम्मुख रखकर उनको पूर्वजों के अमर बलिदानों से जागरुक कराना है जिसके लिए समय-समय पर हमारे पूर्वजों जैसे- गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज, राम प्यारी गुर्जरी, धौला गुर्जरी, राव उमराव सिंह, विजय सिंह पथिक, सरदार बल्लभ भाई पटेल, धनसिंह कोतवाल, राजेश पायलट, इत्यादि बहुत से ऐसे नाम हैं जिनको यहाँ लिख पाना सम्भव नहीं हो पायेगा, सभी महापुरुषों के जन्म शताब्दियों एवं बलिदान दिवसों पर छोटे-छोटे कार्यक्रमों के आयोजनों द्वारा अथवा उनके द्वारा किये गये संघर्षों एवं समाज के लिए किये गए कार्य गौरवाशाली कार्यों के लिए शोध कार्य एवं पुस्तके लिखकर आने वाली पीढिय़ों को इसके बारे में प्रेरित किया जा सकता है।

अखिल भारतीय गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान का एक बड़ा उद्देश्य समाज को गुर्जर संस्कृति के साथ जागृत कराना है। संस्थान समाज को गुर्जरी संस्कृति से जागरुक कराने हेतु समय-समय पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जैसे होली मिलन समारोह, मकर संक्रान्ति, दीपावली, दशहरा, स्वतन्त्रता दिवस, गणतन्त्र दिवस, इत्यादि के शुभ अवसरों पर विभिन्न लोक-कलाकारों के माध्यम से कराता रहता है। संस्थान संस्कृति के विषयों पर विभिन्न संगोष्ठियों का भी आयोजन कराता रहता है जिससे कि गुर्जरी संस्कृति को और भी अधिक गौरवशाली बनाया जा सके और इसका प्रचार-प्रसार आने वाली पीढ़ी तक पहुँचाया जा सके।

4 व 5 मार्च के आयोजन के मुख्य अतिथि केन्द्रीय पशु पालन मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला होंगे तथा आयोजन की अध्यक्षता केन्द्र के भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर करेंगे। साथ ही केन्द्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

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