गर्मियों की छुट्टि के बाद दिल्ली में सरकारी स्कूल आज से खुलेंगे, निजी में चार जुलाई से होगी पढ़ाई

स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त हो गया है। एक जुलाई से छात्रों के लिए स्कूल पूरी क्षमता के साथ फिर से खुल जाएंगे।

Update: 2022-07-01 03:04 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त हो गया है। एक जुलाई से छात्रों के लिए स्कूल पूरी क्षमता के साथ फिर से खुल जाएंगे। सरकारी विद्यालयों में शुक्रवार से कक्षाएं लगेंगी जबकि ज्यादातर निजी स्कूलों ने चार जुलाई को सोमवार से छात्रों को बुलाया है। मई में सरकारी स्कूलों में नर्सरी से लेकर दूसरी कक्षा के छात्रों का अवकाश घोषित कर दिया गया था। बाकी कक्षाओं की 11 मई से लेकर 15 जून तक मिशन बुनियाद के तहत कुछ घंटों के लिए सुबह के समय कक्षाएं लगती थीं लेकिन अब पहले की तरह पढ़ाई होगी। स्कूलों ने बच्चों को कोविड संक्रमण से बचाव को लेकर सभी उचित कदम उठाएं हैं।

तीन दिन पहले बुला लिया था स्कूल स्टाफ
सरकारी स्कूलों की वाइस एंड प्रिंसिपल एसोसिशन दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. सुखबीर सिंह यादव ने बताया कि स्कूल स्टाफ को तीन पहले 28 जून को बुला लिया था। ताकि स्कूल खोलने के संबंध में सभी तैयारियों को पूरा किया जा सके। कमरों की साफ-सफाई सहित सभी दूसरे जरूरी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। छात्रों का स्कूल में पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत करेंगे।
कंप्यूटर और खेल का भी लगेगा पीरियड
सर्वोदय विद्यालय शिक्षक संघ के जिला पश्चिमी-ए के सचिव संतराम ने बताया कि कक्षा नर्सरी से लेकर दूसरी तक के छात्र लगभग 50 दिन बाद स्कूल आएंगे। जबकि बाकि कक्षाओं के छात्रों को 15 जून के बाद स्कूल बुलाया जा रहा है। मिशन बुनियाद के तहत उनकी 11 मई से सुबह के समय कक्षाएं लग रही थीं लेकिन अब स्कूल में पहले की तरह पढ़ाई होगी। समय-सारणी में लाइब्रेरी, कंप्यूटर और खेल के पीरियड भी शामिल किए गए हैं।
चार जुलाई से होगी पढ़ाई
शिवाजी पार्क स्थित लिटिल फ्लावर्स पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक रोहित दुआ ने बताया कि छात्रों के लिए स्कूल चार जुलाई से खुलेगा। जुलाई महीने में परीक्षाएं भी होनी है। स्कूल में पहले की तरह पढ़ाई होगी। कुछ छात्र दाखिला लेने के बाद पहली बार स्कूल आएंगे। वहीं रोहिणी स्थित माउंड आबू पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य ज्योति अरोड़ा का कहना था कि नौवीं से लेकर 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिया है। बाकी कक्षाओं के लिए स्कूल में पढ़ाई चार जुलाई से शुरू होगी।
मानसून में अधिक सावधानी की जरूरत
दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि मानसून में बच्चों के बीमार होने की अधिक संभावना रहती है। कोविड संक्रमण की बीमारी पहले से है। ऐसे में स्कूलों को सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर कोई बच्चा बीमार लगता है तो उसे घर से पढ़ने की अनुमति दी जाए। इससे दूसरे बच्चे सुरक्षित रहेंगे। स्कूल हाइब्रिड मोड का विकल्प बच्चों के लिए जरूर रखें।
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