Gaziabad: बोर्ड बैठक में मेट्रो कॉरिडोर का सर्वे करने का प्रस्ताव रखा जाएगा

मेट्रो रूट के किनारे ऊंची इमारतें बनाने के लिए सर्वेक्षण होगा

Update: 2024-08-07 07:24 GMT

गाजियाबाद: जिले में मेट्रो कॉरिडोर के दोनों तरफ मिश्रित भू-उपयोग के तहत नक्शे स्वीकृत कर ऊंची इमारतें बनाई जाएंगी. यहां आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियां होंगी. इसके लिए आगामी बोर्ड बैठक में इस कॉरिडोर का सर्वे करने का प्रस्ताव रखा जाएगा, जिसे मंजूरी दिलाने के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी होगी.

जीडीए की महीने के अंतिम हफ्ते में बोर्ड बैठक हो सकती है. इस बोर्ड बैठक के प्रस्ताव तैयार कराए जा रहे हैं. इसमें मुख्य रूप से मेट्रो रेड और ब्लू लाइन के दोनों तरफ ट्रांजिट ओरिएंटेड डवलपमेंट (टीओडी) जोन घोषित होने के बाद अब सर्वे कराने का प्रस्ताव शामिल होगा. बोर्ड बैठक में इस क्षेत्र का सर्वे करने के प्रस्ताव को मंजूरी दिलाई जाएगी. फिर प्राधिकरण यहां सर्वे कराएगा. जिसके तहत रूट के दोनों ओर 500-500 मीटर तक मिश्रित भू-उपयोग करते हुए पांच फ्लोर एरिया रेश्यो (एफएआर) दिया जा सकेगा, जिससे यहां आवासीय और व्यवसायिक गतिविधियां हो सकेंगी. ऐसे में शहीद स्थल न्यू बस अड्डा से दिलशाद गार्डन तक मेट्रो रेड लाइन और वैशाली से कौशांबी तक ब्लू लाइन के दोनों तरफ सर्वे कर रिपोर्ट तैयार होगी. इस सर्वे में क्षेत्र चिह्नित कर उसे मास्टर प्लान 2031 में भी दर्शाया जाएगा. फिर क्षेत्र में ऊंची इमारतें बन सकेंगी. इसके अलावा कई अन्य प्रस्ताव भी बोर्ड बैठक में शामिल किए जा सकते हैं.

आवंटी और जीडीए दोनों को फायदा होगा : मेट्रो के रूटों के दोनों किनारे 500-500 मीटर तक मिश्रित भू उपयोग घोषित हो जाएगा. फिर यहां अतिरिक्त एफएआर ददिया जाएगा. इससे छोटे भूखंडों पर ऊंची इमारते बन सकेंगी. यहां 100 मीटर भूखंड पर पांच एफएआर निर्माण मान्य हो सकेगा. ऐसे में कुल 500 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में निर्माण किया जा सकेगा. यहां नई टाउनशिप, काम्प्लेक्स, मॉल, दफ्तर, रेस्त्रत्त, मकान, ऑफिस आदि बन सकेंगे. साथ ही नक्शा स्वीकृति शुल्क से रूप में प्राधिकरण की आय बढ़ेगी.

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