एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नोएडा में सुपरटेक बिल्डर के अवैध ट्विंस टावर को गिराने के लिए अब कोई अड़चन बाकी नहीं बची है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 21 अगस्त की दोपहर 2:30 बजे यह दोनों अवैध टावर गिराए जाएंगे। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने दोनों टावर में बारूद लगाने और ब्लास्ट करने के लिए जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र एजेंसी को जारी कर दिया है। यह जानकारी बुधवार की दोपहर बाद गौतमबुद्ध नगर के पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) राम बदन सिंह ने दी है। आपको बता दें कि 2 अगस्त से टावरों में बारूद लगाने का काम शुरू होना था। पुलिस की जरूरी एनओसी नहीं मिलने के कारण यह अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ दी एनओसी
अनापत्ति प्रमाण पत्र में कई शर्तें लगाई गई: गौतमबुद्ध नगर के पुलिस उपायुक्त मुख्यालय राम बदन सिंह ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुपरटेक बिल्डर के ट्विंस टावर को गिराया जा रहा है। इसके लिए ब्लास्ट करने वाली एजेंसी ने अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा था। इस अनापत्ति प्रमाण पत्र के तहत शहर में बारूद लाने, टावर में बारूद लगाने और नियंत्रित धमाका करने की मंजूरी मांगी गई है। सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद एजेंसी को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। अनापत्ति प्रमाण पत्र में कई शर्तें लगाई गई हैं। इन शर्तों के आधार पर ही कंपनी को अनापत्ति प्रमाण पत्र का उपयोग करना होगा। अब निर्धारित वक्त पर एजेंसी ट्विंस टावर को गिरा सकती है। पुलिस से एजेंसी और नोएडा अथॉरिटी ने जो सहायता मांगी है, हम मुहैया करवाएंगे।"
पुलिस की निगरानी ने आएगा 3,500 किलो विस्फोटक: दरअसल, सुपरटेक ट्विन्स टावर में 3,500 किलो विस्फोटक पदार्थ लगेगा और यह विस्फोटक पदार्थ पलवल से नोएडा आएगा। इतनी बड़ी मात्रा में पलवल से विस्फोटक लाने और ट्विन टावर में लगाने के लिए नोएडा पुलिस की एनओसी जरूरी है। इसके लिए नोएडा पुलिस को डायरेक्टर ऑफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर आगरा से गाइडलाइंस चाहिए। अब आगरा से गाइडलाइंस जारी हो गई है। जिसके बाद ही नोएडा पुलिस ने एनओसी दी है।
32-32 मंजिल पर लगेगा विस्फोटक: बिल्डर प्रबंधन का कहना है कि 32-32 मंजिल के दो टावरों में विस्फोटक लगाने हैं। करीब 3,500 किलो विस्फोटक को पलवल से 2 बड़ी गाड़ियों में लाया जाएगा। एक में जिलेटिन की 6 तो दूसरे में डिटोनेटर होंगे। इसको पुलिस की निगरानी में लाया जाएगा। पूरा काम एहतियात के साथ होगा। बिल्डर प्रबंधन का कहना है कि विस्फोटक आने के बाद ऊपरी तल से लगाया जाएगा। इसके लिए एडिफिस इंजीनियरिंग की ओर से तैयारी की गई है। विस्फोटक लगाने के दौरान परिसर के आसपास कड़ी सुरक्षा की जाएगी।