गजेंद्र शेखावत : यमुना के बढ़ते पानी से दिल्ली को खतरा नहीं, बाढ़ पर राजनीति न करें केजरीवाल
राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर पहुंच गई है. ऐसे में कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. कई इलाकों में पानी भी जमा होने लगा है. सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग रहा है और मेट्रो सर्विस पर भी असर पड़ा है. बाढ़ के संकट को देखते हुए दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने राहत उपायों का जायजा लिया. वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में बाढ़ की आशंका जताई है. केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार भी लगाई है. वहीं, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि दिल्ली में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. केजरीवाल को बाढ़ पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
यमुना का जलस्तर बढ़ने और बाढ़ के हालातों पर NDTV ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से बात की. शेखावत ने कहा, "हिमाचल में तेज बारिश के कारण पानी का प्रवाह बढ़ा है. हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली पानी आने में 44-45 घंटे लगते हैं."
उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार को यह समझना होगा कि हथिनी कुंड एक बैराज है, न कि कोई बांध, जल प्रवाह रोकने की इसकी अपनी एक क्षमता है, जिसका हम पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि आने वाले 24 घंटे में जल स्तर कम होने लगेगा. दिल्ली में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. अभी तेज बारिश का पानी आ रहा है. इससे जल्दी ही राहत मिलेगी.
केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह को लिखी थी चिट्ठी
दरअसल, दिल्ली में बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए सीएम केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने शाह से अनुरोध किया था कि संभव हो तो हरियाणा में हथिनी कुंड बैराज से यमुना के लिए पानी सीमित स्तर पर छोड़ा जाए.
बैराज में पानी स्टोर नहीं हो सकता
केंद्रीय मंत्री ने इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ऐसे संवेदनशील मामलों को राजनीति नहीं करने की सलाह भी दी है. उन्होंने कहा, "केजरीवास को बाढ़ जैसे मामलों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. वे आईआईटी से पासआउट हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि बैराज में पानी स्टोर नहीं हो सकता. दिल्ली में जिस हिसाब से आबादी बढ़ी, उस तरह से ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त नहीं किया गया. इसलिए दिक्कत हो रही है."
जेपी नड्डा करेंगे हिमाचल का दौरा
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बाढ़ के कारण हुए भारी नुकसान का जायजा लेने हिमाचल प्रदेश जा रहे हैं. वह 14 जुलाई को मंडी पहुंचेंगे. नड्डा मंडी में कई बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करेंगे. इसके बाद कुल्लू के लिए रवाना हो जाएंगे. कुल्लू में नड्डा बड़े भूही पंचायत सहित कई जगहों का दौरा करेंगे. वह मनाली में हालात का भी जाएजा लेंगे. जेपी नड्डा के साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम और प्रदेश अध्यक्ष राजीव भी साथ रहेंगे.
अनुराग ठाकुर ने हिमाचल में मदद के लिए गृहमंत्री का जताया आभार
इस बीच केंद्रीय सूचना प्रसारण और युवा व खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. उन्होंने भारी बारिश के चलते बाढ़ से प्रभावित हिमाचल प्रदेश की त्वरित सहायता के लिए उनका शुक्रिया अदा किया. अनुराग ठाकुर ने कहा, "प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है. अब तक लगभग 88 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है. सड़कें व पुल नष्ट व ध्वस्त हो चुके हैं. लोगों की व्यक्तिगत, निजी संपत्तियों जैसे घर और दुकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. इन सभी से उबरने में काफी समय लगेगा."
हिमाचल सरकार को 180.40 करोड़ की पहली किश्त जारी
ठाकुर ने कहा, "जहां तक वित्तीय मदद की बात है, तो गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को 180.40 करोड़ की पहली किश्त जारी कर दी है. जिसका लाभ राहत-बचाव व पुनर्वास कार्यों को मिलेगा. केंद्र सरकार ने हिमाचल के हालातों पर पूरी तरह नज़र बनाए रखी है. मैं भी हिमाचल प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर निकल रहा हूं. वापस आकर गृहमंत्री को ज़मीनी रिपोर्ट सौंपूंगा."
हिमाचल में अब तक 90 लोगों की मौत
बता दें कि हिमाचल में लैंडस्लाइड और बाढ़ के कारण अब तक लगभग 90 लोगों की मौत हो गई है. हिमाचल के मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि बारिश के कारण अब तक 4000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी का नुकसान हो चुका है. इधर, मध्य प्रदेश के विदिशा में लगभग 20 गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं. भारी बारिश से लगभग 25 घर ढह चुके हैं.