दिल्ली : हरियाणा के नूंह में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर दर्दनाक सड़क हो गया। जहां एक ईको कार डिवाइडर से टकरा गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। साथ ही तीन लोग घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करा दिया।
यह पूरा हादसा नूंह जिले के थाना पिनगवां के गांव झिंमरावट के पास हुआ हादसा। बताया जा रहा है कि कार में सवार सभी लोग मेरठ से यह उज्जैन जा रहे थे। तभी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस पर एक ईको कार डिवाइडर से टकराई हुआ हादसा। इस हादसे में एक बच्चा और महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, ये सभी लोग मेरठ के रहने वाले है। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले की जांच में जुट गई है।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने इस हादसे में चार लोगों के मरने की पुष्टि की है। फिलहाल सभी शवों को मंडी खेड़ा के अल आफिया अस्पताल भेज दिया गया है।घायलों का इलाज किया जा रहा है।परिजनों की पहचान कर उनको सूचना देने की तैयारी में पुलिस ड्यूटी हुई है।
दिल्ली मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश मेरठ के रहने वाले चार लोग हादसे में मौत का शिकार हो गए। जबकि उनके तीन साथी गंभीर रूप से घायल हो गए जिनमें से एक आईसीयू में भर्ती है। जबकि दो का इलाज गुरुग्राम के अस्पताल में चल रहा है। यह एक ही परिवार के हैं और दो रिश्तेदार हैं।
पिनगवां पुलिस थाना के जांच अधिकारी बाबूराम ने बताया कि यह हादसा सुबह 8 बजे के करीब हुआ है जिसमें अनीता (42) दीपांशु (29) पीयूष (13) संभव (19) की मौके पर मौत हो गई। वहीं इसी कर में मौजूद पुष्पा, हिमांशु और गीतांशी बुरी तरह घायल हो गई। सभी उत्तरप्रदेश मेरठ के गांव भाहसुमा के रहने वाले है। यह मेरठ से फरीदाबाद होते हुए अजमेर शरीफ ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में दर्शन के लिए जा रहे थे। इनके पास एक ईको सपोर्ट्स गाड़ी थी जो दिल्ली की तरफ से जयपुर जा रही थी।
यह हादसा नगीना पिनगवां सीमा के गांव मरोड़ा झिमरावट में हुआ है। जहां ग्रामीणों ने जाकर घायलों को उठाया और शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड तक पहुंचा और वहां से सभी घायलों को गुरुग्राम रेफर कर दिया गया है। मृतकों का जिला नागरिक अस्पताल अल आफिया मांडीखेड़ा में पोस्टमार्टम के लिए रखे हुए हैं जिन्हें कुछ देर बाद डॉक्टर का बोर्ड पोस्टमार्टम करेगी और शव परिजनों को शाम तक सौंप दिए जाएंगे। इस मामले में लापरवाही से गाड़ी चलाने का केस पिनगवां पुलिस थाना में दर्ज किया जा रहा है। जांच अधिकारी बाबूराम ने बताया कि मरोड़ा में कट नहीं होने के कारण मृतकों को 35 से 40 किलोमीटर दूर से नगीना स्थित मांडीखेड़ा जिला अस्पताल पहुंचाया गया। और कट नहीं होने के कारण ही घायलों को नजदीक में फर्स्ट एड का इलाज नहीं मिल पाया।