New Delhi नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को कहा कि कांग्रेस को लगातार चुनावी झटकों ने उसके प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को वैचारिक रूप से दिवालिया बना दिया है। उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल पर विपक्षी पार्टी का “आतंकवादी” वाला कटाक्ष अपने “विफल उत्पाद” को बचाने की हताशा से पैदा हुआ है। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष किया। नड्डा ने एक बयान में कहा कि भारत की सबसे पुरानी पार्टी इतनी दयनीय स्थिति में आ गई है कि दुख होता है। उन्होंने कहा कि खड़गे को कांग्रेस में लोगों के घटते भरोसे और यह क्यों बार-बार (चुनाव) हारती है, इसका आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। नड्डा ने कहा कि लोग जानते हैं कि कौन सी पार्टी राष्ट्र विरोधी ताकतों, शहरी नक्सलियों और देश को बदनाम करने की कोशिश करने वालों का समर्थन करती है।
भाजपा अध्यक्ष का यह पलटवार खड़गे द्वारा कांग्रेस को “आतंकवादियों की पार्टी” कहे जाने के एक दिन बाद आया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में कांग्रेस को “शहरी नक्सलियों” द्वारा संचालित संगठन बताए जाने के स्पष्ट जवाब में किया गया था। नड्डा ने कहा, "कांग्रेस मोदी की जन-समर्थक और गरीब-समर्थक नीतियों को जमीनी चुनौती देने में असमर्थ है, जो राष्ट्र को सर्वोपरि रखती हैं। इसके बजाय इसका पूरा नेतृत्व भाजपा और मोदी को गाली देने और देश को बदनाम करने में लग गया है।" उन्होंने कहा कि खड़गे की टिप्पणी हताशा और वैचारिक दिवालियापन को दर्शाती है। हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा द्वारा विपक्ष को चौंका देने वाली जीत हासिल करने के बाभाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है, जिसे अधिकांश राजनीतिक विशेषज्ञों और एग्जिट पोल अनुमानों ने असंभव माना है।
नड्डा ने कहा कि चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेतृत्व बेहद सदमे में है और खड़गे की टिप्पणी न केवल हास्यास्पद है, बल्कि उनकी पार्टी के चरित्र को भी उजागर करती है। कांग्रेस पर सवालों की बौछार करते हुए नड्डा ने पूछा कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की सजा पर रोक लगाने के लिए आधी रात को सुप्रीम कोर्ट जाने में कौन शामिल था और बटला हाउस मुठभेड़ पर कौन रोया था जिसमें इंडियन मुजाहिदीन के गुर्गों की मौत हो गई थी और एक पुलिस अधिकारी की भी जान चली गई थी। जेएनयू में गुरु के पक्ष में नारे लगाने वालों का समर्थन किसने किया? भाजपा प्रमुख ने पूछा, ‘‘किस सरकार ने भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया।
’’ नड्डा ने कांग्रेस पर केंद्र में सत्ता में रहने के दौरान चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ उसके समझौता ज्ञापन और राहुल गांधी की अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य इल्हान उमर से मुलाकात को लेकर भी कटाक्ष किया। उमर को जम्मू-कश्मीर से निपटने के सरकार के तरीके की आलोचना करने के लिए भारत में आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने पीओके का दौरा भी किया। सीमा पार आतंकी शिविरों को नष्ट करने के उद्देश्य से सर्जिकल और हवाई हमलों के लिए कथित तौर पर सबूत मांगने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए नड्डा ने कहा कि एक ‘‘विफल उत्पाद’’ की रक्षा करने और उसे चमकाने के प्रयास में पूरे पार्टी नेतृत्व का बौद्धिक पतन हुआ है।