एनसीआर गाजियाबाद न्यूज़: औषधि सुरक्षा विभाग से रेनिटीडिन की गोली के सैंपल फेल होने के बाद स्टॉक में बची दवा को ड्रग वेयरहाउस में सील कर दिया गया है. हालांकि एसिडिटी में काम आने यह दवा बड़ी मात्रा में सरकारी अस्पतालों के काउंटर से बांटी जा चुकी है. सीएमओ डॉ भवतोष शंखधर ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं मिल पायी है. इस मामले में विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कारपोरेशन को पत्र लिखा जा रहा है. वहां से निर्देश मिलने के बाद बाकी स्टॉक का निस्तारण किया जाएगा. औषधि सुरक्षा विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरादनगर से चार जून, 2022 को फार्मासिस्ट रत्ना गुप्ता की उपस्थिति में रेनिटीडिन टैबलेट का सैंपल लेकर राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया था. जांच में दवा अधोमानक पाई गई. गाजियाबाद में पहली बार सरकारी दवा का सैंपल जांच में फेल पाया गया है. इसका निर्माण मेसर्स बोकेम हेल्थकेयर कंपनी उज्जैन ने किया है. इस मामले में दवा बनाने वाली कंपनी को सूचना देने के साथ स्पष्टीकरण मांगा गया है. लोनी और मोदीनगर से लिए गए दो अन्य दवाओं के नमूने भी जांच में फेल पाए गए हैं. मोदीनगर में शशि रानी द्वारा संचालित कैरव मेडिकोज से आठ मई, 2022 को रेबीप्रोजोल कैप्सूल का नमूना लेकर जांच को भेजा गया था. रेनिटीडिन और रेबीप्राजोल एसिडिटी और गैस में प्रयोग की जाती हैं.