गाड़ी वालों सावधान: फुल फॉर्म में है नोएडा ट्रैफिक पुलिस, 1.2 लाख चालान सिर्फ जुलाई में काटे
दिल्ली-एनसीआर: नोएडा में इस वर्ष जुलाई तक यातायात नियमों के उल्लंघन के लिए 8 लाख से अधिक चालान जारी किए गए, वहीं पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान लगाए गए जुर्माने की संख्या में 144% की वृद्धि हुई है. इनमें से लगभग 4 लाख, लगभग 45% चालान बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के लिए थे. इस नियम के उल्लंघन पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है. इसके बाद नो पार्किंग (1.15 लाख), रॉन्ग साइड ड्राइविंग (83,005) और ओवरस्पीडिंग (54,845) के चालान शामिल हैं. यातायात विभाग द्वारा साझा किए गए डेटा से इस बारे में पता चलता है.
नो पार्किंग में गाड़ी पार्क करने के लिए जुर्माना 500 रुपये और रॉन्ग साइड ड्राइविंग के लिए 2,000 रुपये का जुर्माना है. डीसीपी (यातायात) अनिल कुमार यादव ने बताया कि विभाग ने इस साल चेकिंग अभियान बढ़ाया, जिसके परिणामस्वरूप चालान की संख्या में वृद्धि हुई. ट्रैफिक पुलिस ने पिछले साल के 4,233 वाहनों की तुलना में लगभग 7,416 वाहनों को जब्त किया. डीसीपी ने कहा, ‘यातायात पुलिस ने इस साल 31 जुलाई तक कुल 8,81,663 चालान जारी किए, जिनकी कीमत 7.6 करोड़ रुपये थी. पिछले साल, हमने कुल 5.9 लाख चालान जारी किए थे. इनमें से 3,61,272 चालान जुलाई तक जारी किए गए थे.’
रेड लाइट जंप करने के लिए 37,031 चालान
आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल रेड लाइट जंप करने के लिए 37,031 चालान, सीट बेल्ट नहीं पहनने के लिए 41,608 और बिना ड्राइविंग लाइसेंस के पकड़े गए मोटर चालकों के लिए 13,132 चालान जारी किए गए. यातायात विभाग द्वारा नोट किए गए अन्य शीर्ष उल्लंघनों में बाइक पर ट्रिपलिंग, दोषपूर्ण नंबर प्लेट, हूटर या सायरन बजाना और गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करना और नशे में गाड़ी चलाना शामिल हैं. क्षेत्र-वार विश्लेषण के अनुसार, सेक्टर 2, 3, 62 और फेज 2 जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में लगातार अवैध या गलत पार्किंग देखी गई, जिसके कारण सड़कों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हुई.
जिले को सात सर्किलों वाले दो जोन में विभाजित किया
ट्रैफिक इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया, ‘नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्कूलों और कॉलेजों के बाहर अवैध रूप से खड़ी बसें, बाइक और कारें भी यातायात को प्रभावित करती हैं.’ इंस्पेक्टर ने कहा कि गलत साइड ड्राइविंग का मुख्य कारण यू-टर्न की दूरी और ट्रैफिक लोड था. बेहतर यातायात प्रबंधन और नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों में वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए, पुलिस ने जिले को सात सर्किलों वाले दो जोन में विभाजित किया है. प्रत्येक सर्किल में 3 से 5 थाना क्षेत्र शामिल होंगे.
जिले में 11 ब्लैक स्पॉट हैं, पहले 5 महीने में 143 मौतें
वर्तमान में, जिले में 11 ब्लैक स्पॉट हैं- सेक्टर 21/25 राउंडअबाउट, रजनीगंधा राउंडअबाउट, सेक्टर 37, महामाया फ्लाईओवर, जीआईपी मॉल के पास, हाजीपुर अंडरपास, सूरजपुर में यामाहा कट, नोएडा सेक्टर 168 के पास एक्सप्रेसवे और सेक्टर 58 थाना क्षेत्र में एनएच 24, ये ऐसे स्थान हैं जहां ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. इस साल जनवरी से मई तक 394 हादसों में 143 लोगों की मौत हो गई और 309 लोग घायल हुए. 2022 में कुल 1,122 सड़क दुर्घटनाओं में कुल 437 लोग मारे गए और 856 अन्य घायल हुए. डीसीपी यादव ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस अधिक दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करने और उन्हें ठीक करने के लिए आवश्यक उपाय और सर्वेक्षण कर रही है. पिछले साल 15 ब्लैक स्पॉट पहचाने गए थे.