राष्ट्रपति पद के नामांकन से पहले द्रौपदी मुर्मू को कई बार किया गया फोन

Update: 2023-06-25 19:05 GMT
 
दिल्लीः आज द्रौपदी मुर्मू हमारे देश की राष्ट्रपति हैं लेकिन इसके पहले की कहानी काफी दिलचस्प है। एक नई किताब में दावा किया गया है कि द्रौपदी मुर्मू को एनडीए उम्मीदवार की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया तो उनको सूचित करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने कई बार कॉलें की। चूंकि द्रौपदी मुर्मू को मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की आदत नहीं है तो उन्होंने फोन नहीं उठाया था। उन्होंने अपने जीवन की बसे महत्वपूर्ण कॉल मिस कर दी।
किताब में बताया गया है कि इसके बाद उनके ओएसडी रहे बिकास चंद्र मोहंतो को इस बारे में सूचना दी। फिर मोहंतो फोन हाथ में लेकर द्रौपदी मुर्मू के घर दौड़ते हुए आए और बोला कि उनको प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया है। ये दावा, पत्रकार कस्तूरी रे की एक नई किताब द्रौपदी मुर्मू: फ्रॉम ट्राइबल हिंटरलैंड्स टू रायसीना हिल में किया गया है।
बिजली कटने के कारण नहीं चला टीवी
किताब में बताया गया है कि पिछले साल जून में उस दिन, राष्ट्रपति मुर्मू अपने पैतृक गांव उपरबेड़ा से 14 किमी और राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 275 किमी दूर ओडिशा के रायरंगपुर में थीं। भाजपा को एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा करनी थी। सभी आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहे थे। लेकिन दुर्भाग्य से, द्रोपदी मुर्मू और उनका परिवार बिजली कटौती के कारण समाचार नहीं देख पाए। थोड़ी देर बाद टीवी पर खबरें आने लगीं की द्रोपदी मुर्मू एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार होंगी।
द्रोपदी मुर्मू नहीं उठाई कॉल
रायरंगपुर में द्रोपदी मुर्मू वहां लोगों से बात कर रही थी, फोन उनके पास नहीं था, फोन पर कई महत्वपूर्ण कॉलें आई जिनमें पीएमओ से आई हुई कालें भी थी। लेकिन वो इन सबसे अनजान थीं। इसके बाद झारखंड में ओएसडी रहे विकास चंद्र मोहंतो को पीएमओ की तरफ से कॉल किया गया। वो उस समय अपनी दवा की दुकान पर बैठे थे, जैसे उनको जानकारी दी तो उन्होंने अपने स्टोर का शटर नीचे कर दिया और सीधे द्रोपदी मुर्मू के घर की तरफ दौड़े।
मोहंतो ने जाते ही तुरंत फोन द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे जिन्होंने द्रौपदी मुर्मू से बात की। किताब के मुताबिक, द्रौपदी मुर्मू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा कि जिस तरह से आपने राज्य के राज्यपाल रहते हुए झारखंड को संवारा, मुझे विश्वास है कि आप इस जिम्मेदारी को भी काफी कुशलता से निभाएंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू 20 जून को अपने 63वें जन्मदिन के दिन रायरंगपुर में थीं। वह नामांकन की औपचारिकताओं के लिए 22 जून की सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुईं। 25 जुलाई, 2022 को द्रौपदी मुर्मू को भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन ने 15वें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।
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