महाशिवरात्रि के दिन दिल्ली के मंदिरों में मशीन से जलाभिषेक करेंगे श्रद्धालु, गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलेगा
महाशिवरात्रि को लेकर दिल्ली के मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। कहीं शिव-पार्वती सोने का मुकुट पहनकर विराजेंगे तो कहीं देसी-विदेशी फूलों से भगवान के दरबार को सजाया जाएगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महाशिवरात्रि को लेकर दिल्ली के मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। कहीं शिव-पार्वती सोने का मुकुट पहनकर विराजेंगे तो कहीं देसी-विदेशी फूलों से भगवान के दरबार को सजाया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालु मंदिरों में मशीन के माध्यम से जलाभिषेक कर सकेंगे। जिसको लेकर भी मंदिर प्रशासन की ओर से व्यवस्था की गई है।
छतरपुर मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. किशोर चावला ने बताया कि एक मार्च को महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव-पार्वती की मूर्ति को सोने का मुकुट और सोने का छत्र श्रृंगार के तौर पर पहनाएं जाएंगे। मंदिर में श्रद्धालु भगवान शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप के दर्शन भी कर सकते हैं। मंदिर परिसर में चार अलग-अलग पहर में पूजा होगी।
चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर के प्रबंधक तेज प्रकाश शर्मा ने बताया कि मंदिर परिसर को फूलों का बंगला, सूखे मेवे, मोर पंखी और मोतियों से सजाया जा रहा है। बाहरी हिस्सा रंग-बिरंगी लाइट से जगमग होगा। कोरोना के चलते गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं मिलेगा। श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेंडिग लगाई जा रही है। मशीन की मदद से श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकेंगे।
पैकेट बंद प्रसाद का वितरण
श्रद्धालुओं के लिए जलाभिषेक से लेकर रुद्राभिषेक की व्यवस्था की गई है। सामाजिक दूरी के साथ श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। हाथों को सैनेटाइज करने से लेकर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को पैकेट बंद प्रसाद का वितरण किया जाएगा।
द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक कर सकेंगे
प्रीत विहार स्थित शिव मंदिर (गुफा वाला) के प्रधान सुरेंद्र दीवान ने बताया कि श्रद्धालु द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक कर सकेंगे। भवन का कुछ हिस्सा सजाया जा चुका है, बाकि पर कार्य चल रहा है। मंदिर की पुरानी गुफा का नवीनीकरण किया गया है। श्रद्धालुओं को थर्मल स्क्रीनिंग और हाथों को सैनेटाइज करने के बाद प्रवेश मिलेगा।