दिल्ली ने गलन वाली ठंड के साथ किया नए साल का स्वागत, फिर बढ़ा प्रदूषण, इस दिन से मिलेगी राहत
राजधानी दिल्ली लगातार दूसरे दिन भी शीतलहर की चपेट में रही। सफदरजंग मौसम केन्द्र में सुबह के समय न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजधानी दिल्ली लगातार दूसरे दिन भी शीतलहर की चपेट में रही। सफदरजंग मौसम केन्द्र में सुबह के समय न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम है। हालांकि दिन के समय निकली धूप ने थोड़ी राहत दी। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी दो दिन और लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा।
दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में शुक्रवार सुबह के समय हल्का कोहरा देखने को मिला। जबकि, दिन चढ़ने के साथ ही धुंध साफ हो गई और तेज चमकदार सूरज निकल आया। दिन के समय भी खिली हुई धूप निकली रही। इसके चलते दिन के तापमान में इजाफा हुआ है। जबकि, न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र में अधिकतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो कि इस सीजन का सामान्य तापमान है। जबकि, न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम है। गुरुवार के दिन भी न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। इस तरह से यह लगातार दूसरा दिन है जब दिल्ली शीतलहर की चपेट में है।
बढ़ेगी ठंड और गलन
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों के बीच मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तर पश्चिमी दिशा से आएंगी। यह हवाएं अपने साथ ठंड और गलन लेकर आएंगी। इसके चलते दिल्ली समेत पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। अगले दो दिनों के बीच सुबह के समय हल्का कोहरा देखने को मिलेगा। जबकि, दिन के समय आसमान साफ रहने के साथ खिली हुई धूप निकलने का अनुमान है। लेकिन, इस दौरान भी हवा सर्द रहेगी। तीन जनवरी से दिल्ली के तापमान में थोड़ा इजाफा होने की शुरुआत होगी।
नरेला रहा सबसे ठंडा
शुक्रवार के दिन दिल्ली का नरेला इलाका सबसे ज्यादा ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि, लोधी रोड और आयानगर में न्यूनतम तापमान चार-चार डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
दिल्ली की हवा बेहद गंभीर, अभी और बढ़ेगा प्रदूषण
राजधानी दिल्ली की हवा दो दिन की राहत के बाद फिर से बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। शुक्रवार के दिन दिल्ली के ज्यादातर निगरानी केंद्रों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक के ऊपर रहा। सफर का अनुमान है कि शनिवार के दिन दिल्ली के प्रदूषण में और भी इजाफा हो सकता है। दिल्ली के लोगों को जहरीली हवा के प्रदूषण से इस बार राहत नहीं मिलती दिख रही है।
पिछले दिनों हुई बारिश के चलते दो दिन तक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 अंक के नीचे यानी खराब श्रेणी में रहा था। लेकिन, हवा की गति धीमी पड़ने और ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण के स्तर में इजाफा हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शुक्रवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 321 अंक पर रहा।
इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। एक दिन पहले यानी गुरुवार के दिन सूचकांक 286 अंक पर रहा था। इस तरह बीते चौबीस घंटों के भीतर ही सूचकांक में 35 अंकों का इजाफा हुआ है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का सूचकांक 300 के ऊपर है। जबकि, नेहरू नगर और जहांगीरपुरी जैसे कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में रहा।