नई दिल्ली (आईएएनएस)। स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी़ साजिश को नाकाम करतेे हुए अंतरराज्यीय हथियार गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से पांच अवैध पिस्तौल बरामद किए गए है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान मध्य प्रदेश के खरगोन में रहने अनिल शर्मा उर्फ भोपाली (24) के रुप में हुई। आरोपी राज्य से अवैध पिस्तौलें खरीदता था। फिर दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में विभिन्न अपराधियों को सप्लाई करता था।
पुलिस उपायुक्त (विशेष शाखा) प्रतीक्षा गोदारा ने बताया कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में विभिन्न अपराधों में अवैध हथियारों के इस्तेमाल को देखते हुए पुलिस टीम चौबीसों घंटे काम कर रही है।
डीसीपी ने कहा कि 9 अगस्त को दिल्ली में हथियार तस्कर अनिल के बारे में विशेष जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से 32 बोर की पांच अवैध पिस्तौल बरामद की गई है।
पूछताछ में अनिल ने बताया कि उसने वर्ष 2022 में मध्य प्रदेश में अपना बीसीए और डी-फार्मा पाठ्यक्रम पूरा किया था। इस दौरान बुरे तत्वों के संपर्क में आ गया और अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने के लिए खरगोन में अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल हो गया।
डीसीपी ने कहा कि आरोपी के रिश्तेदार हरियाणा के बहादुरगढ़ में रहते हैं, इसलिए वह नियमित अंतराल मेंं बहादुरगढ़ जाता था। वह वहीं से हरियाणा और बाहरी दिल्ली के स्थानीय अपराधियों के संपर्क में आया। जल्दी पैसा कमाने के लिए उसने इलाके में पिस्तौल बेचना भी शुरू कर दिया। वह मध्य प्रदेश के खरगोन स्थित एक आपूर्तिकर्ता से पिस्तौल खरीदता था।
अनिल ने आगे खुलासा किया कि वह अवैध पिस्तौल की इस खेप को दिल्ली में घेवरा मोड़ पर अपने एक संपर्क के व्यक्ति को देने के लिए आया था।
डीसीपी ने कहा कि उसने यह भी खुलासा किया कि वह 10,000 रुपये से 12,000 रुपये तक एक अवैध पिस्तौल खरीदता था और अपराधियों को 35,000 से 50,000 रुपये प्रति पीस के हिसाब से बेचता था।