चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई, 19 लाेग गिरफ्तार
चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
नई दिल्लीः दिल्ली के महिंद्रा पार्क में प्रतिबंधित चाइनीज मांझे के गोदाम में पुलिस ने छापा मारा. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ टीम ने गोदाम में छापेमारी कर 250 कार्टन या नहीं 11760 प्रतिबंधित चाइनीस मांझे का रोल बरामद किया है. दिल्ली के कई इलाकों में रिटेल दुकान पर सप्लाई होना था. उत्तरी पश्चिमी जिला के स्पेशल स्टाफ की टीम ने इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी का नाम अमरजीत है. संजय एनक्लेव जहांगीरपुरी का रहने वाला है. इसके पास से 205 कार्टन मिले हैं. जिनमें 11760 प्रतिबंधित चाइनीज मांझे के रोल हैं. आरोपी से पूछताछ जारी है.
साउथ दिल्ली के स्पेशल स्टाफ की टीम ने कार्रवाई करते हुए चीनी मांझा बेच रहे सात लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें दो महलाएं भी शामिल हैं. गिरफ्तार किये गये आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 95 रोल चीनी मांझे बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राकेश गुप्ता, ज्योति, संजय, बंटी, दीनानाथ के रूप में की गई है. सभी आरोपी दिल्ली के महरौली तिगरी संगम विहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
साउथ दिल्ली डीसीपी बेनिता मेरी जैकेट ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिबंधित मांझा की बिक्री में शामिल व्यक्तियों को पकड़ने के लिए दक्षिण जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम लगातार काम कर रही थी. विशेष अभियान के दौरान चीनी मांझा के 95 रोल जब्त किए गए हैं. सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिनमें 2 महिलाएं शामिल हैं. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है. साथ ही दिल्ली पुलिस की तरफ से लगातार चीनी मांझे को लेकर सतर्कता अभियान चलाया जा रहा है. हाल ही में एक व्यक्ति की चीनी मांझे में फंसने की वजह से जान चली गई थी. बता दें कि
बाहरी जिला में चीनी मांझा बेचने वालों के खिलाफ अभियानः डीसीपी समीर शर्मा के अनुसार जिले के सभी थानों द्वारा 28 जुलाई को चाइनीज मांझा/ग्लास कोटेड नायलॉन/सिंथेटिक मांझा बेचने वाले व्यक्तियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया. पुलिस ने 11 विक्रेताओं काे गिरफ्तार किया. उनके कब्जे से 59 चाइनीज मांझा/ग्लास कोटेड नायलॉन/सिंथेटिक मांझा के रोल बरामद किए गए. जिसे जब्त कर पुलिस आरोपियों पर धारा 188 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने चाइनीज मांझा के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था, क्योंकि यह न केवल पक्षियों और मनुष्यों के लिए खतरा है बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है. एनजीटी ने आगे कहा था कि प्रतिबंध नायलॉन, चीनी और ग्लास के साथ कोटेड कॉटन मांझा पर लागू होगा.