New Delhi: नई दिल्ली सूत्रों के अनुसार भाजपा 18वीं लोकसभा के लिए अध्यक्ष पद पर अपना कब्ज़ा बरकरार रखने जा रही है। इस पद के लिए भाजपा के एक सांसद के चुने जाने की उम्मीद है। भाजपा के सहयोगी दलों द्वारा post of speaker of Lok Sabha की मांग करने की मीडिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस मामले पर पहले आंतरिक रूप से विचार किया जाएगा, उसके बाद ही एनडीए सहयोगियों के साथ इस पर आम सहमति बनाई जाएगी। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में इंदौर, मध्य प्रदेश से भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष रहीं, जबकि दूसरे कार्यकाल में कोटा, राजस्थान से भाजपा सांसद ओम बिरला इस पद पर रहे। हालांकि भाजपा के पास 2014 और 2019 की तरह बहुमत नहीं है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही थीं कि टीडीपी और जेडी(यू) के एक सांसद अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। सूत्रों ने संकेत दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इटली से लौटने के बाद नए लोकसभा अध्यक्ष के नाम पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
यदि सहयोगी दलों की ओर से इस पद के बारे में कोई सुझाव या मांग आती है, तो भाजपा नए फॉर्मूले पर विचार करेगी। 24 जून से शुरू होने वाले 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान भाजपा विपक्षी दलों से संपर्क करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से हो। यदि विपक्ष सरकार के प्रस्ताव पर सहमत होता है, तो चुनाव की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, यदि विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारता है, तो नए अध्यक्ष के लिए मतदान 26 जून को हो सकता है, तथा उसी दिन नए अध्यक्ष पदभार ग्रहण करेंगे। बुधवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट किया, "18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24.6.24 से 3.7.24 तक नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ/प्रतिज्ञान, अध्यक्ष के चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण तथा उस पर चर्चा के लिए बुलाया जा रहा है। राज्यसभा का 264वां सत्र 27.6.24 को शुरू होगा तथा 3.7.24 को समाप्त होगा।"