दिल्ली मेट्रो न्यूज़: राजधानी दिल्ली की 'लाइफ लाइन' माने जाने वाली मेट्रो में रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं। इनकी सुरक्षा के लिए मेट्रो पुलिस तैनात रहती है। बावजूद इसके कई बार वह अपराध का शिकार हो जाते हैं। ऐसे लोगों को अपराध से बचाने के लिए मेट्रो पुलिस ने कुछ विशेष कदम उठाए हैं, जिसके चलते मेट्रो में होने वाले अपराध में पांच साल के भीतर 75 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। मेट्रो डीसीपी जितेंद्र मणि ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा मेट्रो पुलिस के लिए प्राथमिकता है। इसके लिए पुलिस समय-समय पर मेट्रो अपराध को लेकर मंथन करती है। ऐसे स्टेशन चिन्हित किये जाते हैं जहां पर अपराध हो रहे हैं। वहां किस तरह के अपराध हो रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए सादी वर्दी में पुलिस तैनात किए जाते हैं। मेट्रो में अपराध करने वालों की सूची तैयार की जाती है। वहीं बार-बार अपराध करने वालों के बारे में कोर्ट को बताया जाता है। जेल से जमानत पर छूटने वाले अपराधियों पर पुलिस नजर रखती है। इससे मेट्रो में होने वाले अपराध में कमी आ रही है। बीते पांच साल में 75 फीसदी की कमी मेट्रो में होने वाले अपराध में आई है।
डीसीपी ने बताया कि इंटरचेंज स्टेशन पर ज्यादा अपराध होते हैं। वहां पर सादी वर्दी में उस समय पुलिसकर्मियों तैनात किया जाता है जिस समय अपराध होते हैं। पुलिस में डार्क स्पॉट को लेकर सर्वे किया है। इसमें चिन्हित किये गए स्पॉट के बारे में संबंधित एजेंसी को बताया गया है। मेट्रो पुलिस तीन से ज्यादा अपराध करने वाले बदमाशों के बारे में उनकी जिला पुलिस को अवगत कराती है। इससे उन पर सर्विलांस रखा जाता है। मेट्रो में तैनात पुलिसकर्मियों को भी ऐसे बदमाशों के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि वह उन्हें चिन्हित कर सकें। डीसीपी ने लोगों से अपील की है कि मेट्रो में सफर करते समय वह कोविड गाइडलाइन्स का पालन करें। इसके अलावा जालसाजों के झांसे में न आये जो आपको निशाना बना सकते हैं।
साल अपराध:
2017 12925
2018 5643
2019 6883
2020 2375
2021 2756
केस साल 2020 साल 2021
एफआईआर- 2375- 2756
मामले सुलझे- 257- 662
गिरफ्तारी- 334- 857
बच्चे तलाशे- 12- 258
"जनता से रिश्ता"