दिल्ली: एलएनजेपी अस्पताल में खेमराज ने तोड़ा दम, आठ दिनों से जिंदगी से लड़ रहा था
दिल्ली लेटेस्ट न्यूज़: खजूरी खास इलाके में पिछले आठ दिनों से जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा खेमराज (43) आखिर मौत के आगे हार ही दिया। इलाज के दौरान सोमवार को एलएनजेपी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। हादसे के समय खेमराज की पत्नी ममता ने अपनी सास और ससुर पर घर में जानबूझकर आग लगाने का आरोप लगाया था।
हादसे में ममता (38), खेमराज के अलावा उसके दोनों बच्चे बेटी प्रतीक (14) और बेटा मयान (10) बुरी तरह झुलस गए थे। खेमराज 50 फीसदी से ज्यादा झुलसा था। अब इलाज के दौरान सोमवार को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस और क्षेत्रीय एसडीएम ममता व बाकी लोगों का बयान लेकर मामले की छानबीन कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल ममता और उसके दोनों बच्चों की हालत पहले से बेहतर है। जानकारी के अनुसार खेमराज परिवार के साथ खजूरी खास के सादतपुर एक्सटेंशन इलाके में दूसरी मंजिल पर रहता था। इसके परिवार में पत्नी दो बच्चों के अलावा पिता लखपत सिंह और मां गायत्री देवी व अन्य सदस्य हैं। खेमराज परिवार के साथ दूसरी मंजिल पर रहता था जबकि माता-पिता पहली मंजिल पर रहते थे। खेमराज का गांधी नगर इलाके में गारमेंट का कारोबार था।
खेमराज का माता-पिता से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। तीन अप्रैल तड़के साढ़े चार बजे अचानक खेमराज की फ्लोर पर आग लग गई। खेमराज बच्चों लेकर नीचे की ओर भागा, लेकिन पूरा परिवार आग में झुलस गया। एंबुलेंस की मदद से सभी हताहतों को नजदीकी जग प्रवेश चंद अस्पताल ले जाया गया, जहां से खेमराज को एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल में रविवार को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद खेमराज का शव परिवार के हवाले कर दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।