दिल्ली देशभर में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगर, स्वाति मालीवाल बोली- गंभीर चिंता का विषय
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दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर मंगलवार को चिंता जताई और कहा कि दिल्ली का नाम खराब होने से बचाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। डीसीडब्ल्यू की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, ''एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले 41 प्रतिशत तक बढ़े हैं।
गंभीर चिंता का विषय
वहीं, बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में 32 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।'' उन्होंने कहा, ''यह गंभीर चिंता का विषय है। प्रत्येक पार्टी और सरकार को महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।'' मालीवाल ने कहा, ''दिल्ली का नाम खराब होने से बचाने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। दिल्ली में आठ माह की बच्ची से लेकर 90 वर्ष की बुजुर्ग महिला के साथ दुष्कर्म हुआ है।
दिल्ली देशभर में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगर
प्रत्येक महिला खुद को सुरक्षित महसूस कर सके, इस बाबत दिल्ली महिला आयोग हफ्ते में सातों दिन चौबीसों घंटे काम कर रहा है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। सभी सरकारों को आगे आना चाहिए, बेटियों को बचाना चाहिए।'' एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले वर्ष हर दिन दो नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ। इसके मुताबिक, दिल्ली देशभर में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगर रहा। आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 13,892 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2020 में यह आंकड़ा 9,782 था।