दिल्ली सरकार से निपटने के लिए 158 एंटी स्मॉग गन लगाएगी, सर्दियों में वायु प्रदूषण से निबटना की तैयारी
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली सरकार राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए 158 मोबाइल एंटी स्मॉग गन तैनात करेगी। एंटी स्मॉग गन पानी की फुहारों और बौछारों से प्रदूषण स्तर को कम करने में सहायक होगी। इसके अलावा सरकार 148 वाटर स्प्रिंकलर वाहनों को भी हायर करेगी। सूत्र बताते हैं कि पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वीरवार को मोबाइल एंटी स्मॉग गन को लेकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों के साथ बैठक की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि एक अक्तूबर से 128 एंटी-स्मॉग गन और 91 वाटर स्प्रिंकलर सडक़ों पर होगी। जबकि बाकी 30 एंटी स्मॉग गन व 57 वाटर स्प्रिंकलर 11 अक्तूबर तक तैनात कर दी जाएंगी।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार और धूल प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए मोबाइल एंटी-स्मॉग गन की तैनाती की जा रही है। इस ट्रक आधारित एंटी-स्मॉग गन को दिल्ली में धूल प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। ट्रक में बीएस-6 इंजन लगा होगा। प्रत्येक एंटी-स्मॉग गन में 5000 लीटर की क्षमता वाला पानी का टैंक होगा और लगातार 3-4 घंटे काम करता रहेगा। बता दें कि दिल्ली सरकार ने युद्ध, प्रदुषण के विरुद्ध अभियान के तहत पिछले वर्ष राष्ट्रीय राजधानी में करीब 15 एंटी-स्मॉग गन लगाई गई थी, ताकि धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। अब पहली बार एंटी स्मॉग गन की इतनी बड़ी संख्या में तैनाती की जा रही है। एंटी स्मॉग गन को बीएस-6 इंजन वाले ट्रकों पर लगाने से इस इंजन से कम प्रदूषण होगा और वायु प्रदूषण को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। 5000 लीटर का पानी टैंक सडक़, फुटपाथ और पटरी के मध्य किनारों पर मौजूद पेड़ों को धो सकता है। क्योंकि इस एंटी स्मॉग गन में पानी को फव्वारे में तब्दील करने और हवा से पार्टिक्यूलेट को खत्म करने की सुविधा होगी। राजधानी में धूल प्रदूषण से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से प्रमुख चैराहों और निर्माण स्थलों पर भी एंटी-स्मॉग गन लगाए जाएंगे। धूल प्रदूषण से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग पेड़ों, सडक़ों और अपने निर्माण स्थलों पर भी पानी छिडक़ने का काम करेगा।
सरकार की 15 सूत्रीय कार्ययोजना आज जारी होगी: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सरकार की 15 सूत्रीय कार्ययोजना आज जारी करेंगे। सर्दी के मौसम को लेकर तैयार कार्ययोजना के केंद्र में पराली प्रबंधन, धूल प्रदूषण, वाहन उत्सर्जन, खुले में कूड़ा जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, सर्वाधिक प्रदूषण वाले स्थल, स्मॉग टॉवर, जन सहभागिता, पटाखा और पड़ोसी राज्यों के साथ संयुक्त कार्रवाई समेत अन्य मुद़दे शामिल हैं।