दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फर्जी आर्म्स लाइसेंस के जरिए हथियार हासिल करने वाला गैंग के चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़: फर्जी आर्म्स लाइसेंस के जरिए हथियार हासिल करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने चार आरोपियों को धर दबोचा। इनकी पहचान अभिमन्यु राय उर्फ अन्नू (30), सकेश कुमार (50), अशोक अग्रवाल (64) और रामेश्वर दत्त उर्फ बाबूजी (50) के तौर पर हुई है। इस गैंग के सदस्य दिल्ली, यूपी और पंजाब में गाड़ी चोरी की वारदातों को भी अंजाम देते थे। इनसे दो आधुनिक रिवॉल्वर, 23 कारतूस, एक चोरी की फॉर्च्युनर और जम्मू-कश्मीर से इश्यू 15 फर्जी आर्म्स लाइसेंस रिकवर किए गए। दीपक यादव के मुताबिक, 14 अप्रैल को अभिमन्यु राय उर्फ अन्नू के नोएडा की तरफ से दिल्ली आने की सूचना मिली। पुलिस ने रात 8:45 बजे महाराष्ट्र नंबर की फॉर्च्युनर को प्रगति मैदान के करीब भैरों मार्ग पर रोक लिया। ग्वालियर निवासी अभिमन्यु से.32 बोर का रिवॉल्वर और पांच कारतूस रिकवर किए। जम्मू-कश्मीर से बना आर्म्स लाइसेंस दिखाया, जो फर्जी निकला। गाड़ी वसंत विहार नॉर्थ इलाके से 6 मार्च को चोरी पाई गई, जो उसने मुरैना निवासी आदर्श से खरीदने का दावा किया। आरोपी ने बताया कि आर्म्स लाइसेंस ग्वालियर के सकेश ने बनवाया था।
पुलिस पूछताछ में अभिमन्यु ने बताया कि ग्वालियर के शान गन हाउस से रिवॉल्वर खरीदा था। सकेश को एमपी के रामपुरा से धर लिया। इसने बताया कि वह रामेश्वर दत्त के जरिए 50 से ज्यादा फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनवा कर शान गन हाउस से हथियार दिलवाए। पुलिस ने 19 अप्रैल को गन हाउस के मालिक अशोक अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया। जम्मू-कश्मीर से रामेश्वर दत्त उर्फ बाबूजी को भी 22 अप्रैल से दबोच लिया गया। वह कॉन्ट्रैक्ट पर जम्मू-कश्मीर के लाइसेंसिंग अथॉरिटी में काम किया करता था, जहां से उसे बर्खास्त किया गया। इसके घर से चार फर्जी सरकारी मुहर रिकवर हुई हैं। पूछताछ के दौरान सकेश ने बताया कि वह अब तक रामेश्वर की मदद से 50 फर्जी लाइसेंस बनवा चुका है। हथियार दिलवाने के बाद वह मध्य प्रदेश में ही हथियारों की दुकान चलाने वाले अशोक अग्रवाल से मोटी रकम में हथियार भी दिलवा देता है।
आरोपियों का प्रोफाइल: मूलरूप से जम्मू-कश्मीर का रहने वाला रामेश्वर दत्त उर्दू से पोस्ट ग्रेजुएट है। पहले वह कठुआ के डीएम ऑफिस में जूनियर असिस्टेंट का काम करता था। यहां उसने कुछ हेराफेरी शुरू की तो उसे नौकरी से निकाल लिया गया। चूंकि उसे पूरे सिस्टम का पता था। इसलिए उसने फर्जी हथियारों के लाइसेंस बनवाना शुरू कर दिया। वह लाइसेंस बनाकर सकेश समेत अन्य लोगों को देता था। मूलरूप से ग्वालियर का रहने वाला अभिमन्यू बीसीए किए हुए है। उसका प्रॉपर्टी का काम है। वह चोरी की गाडिय़ों का भी धंधा करता है। उसके खिलाफ हत्या समेत कुल सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। मध्य प्रदेश का ही रहने वाला सकेश रामेश्वर के संपर्क में आकर फर्जी हथियारों के लाइसेंस का धंधा करने लगा। उसने मध्य प्रदेश में ही गन हाउस चलाने वाले अशोक अग्रवाल से सेटिंग की। फर्जी लाइसेंस पर वह अशोक की मदद से हथियार जारी करवा दिया करता था।