New Delhi नई दिल्ली : एआईएमआईएम AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को अपने आवास पर कथित बर्बरता पर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस Delhi Police की प्रतिक्रिया की आलोचना की। शुक्रवार को अपने आवास पर कथित हमले पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "यह पहली बार नहीं हुआ है। इस तरह की चीजें इसलिए हो रही हैं क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार और खुद पीएम ने ऐसे लोगों को कट्टरपंथी बनाया है। जब पीएम खुद कहते हैं कि मुसलमान घुसपैठिए हैं और उन्हें उनके पहनावे से पहचानते हैं, तो इससे ऐसे लोगों को हिम्मत मिलती है।" उन्होंने कहा, " उन्होंने मेरे घर पर इजरायल का झंडा लगा दिया, जो दिखाता है कि ये लोग यहूदी विचारधारा में विश्वास करते हैं, एक ऐसी विचारधारा जिसने 40,000 लोगों को मार डाला और गाजा में 12 लाख लोगों को बेघर कर दिया।" अपने आवास पर कथित हमले के बाद पुलिस की आलोचना करते हुए ओवैसी ने कहा, "अफसोस की बात यह है कि मेरा घर दिल्ली पुलिस की नज़रों के सामने है, इसके बावजूद अगर पुलिस उन्हें गिरफ़्तार नहीं करना चाहती तो हम क्या कह सकते हैं? मेरे घर के सामने करीब 100 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, क्या है किसी दिन कुछ बड़ा हो जाए।" इससे पहले आज, ओवैसी ने दावा किया कि कुछ "अज्ञात बदमाशों" ने उनके दिल्ली स्थित आवास पर काली स्याही से तोड़फोड़ की। AIMIM सांसद ने अपने एक्स हैंडल पर इस दावे को शेयर करते हुए लिखा, "कुछ "अज्ञात बदमाशों" ने आज मेरे घर पर काली स्याही से तोड़फोड़ की। अब मैं गिनती भूल गया हूँ कि मेरे दिल्ली स्थित आवास को कितनी बार निशाना बनाया गया है।" उन्होंने आगे दावा किया कि घटना के बारे में पूछने पर दिल्ली पुलिस ने इस घटना पर अपनी लाचारी जताई।
उन्होंने कहा, "जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो रहा है, तो उन्होंने अपनी बेबसी जाहिर की।" ओवैसी पर कथित हमला लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के दौरान उनके "जय फिलिस्तीन" नारे को लेकर मचे बवाल के बीच हुआ है। हैदराबाद से पांच बार के सांसद ने अपनी शपथ "जय भीम, जय फिलिस्तीन, जय तेलंगाना और अल्लाहु अकबर" के साथ पूरी की। इस बीच, अधिवक्ता हरि शंकर जैन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक शिकायती पत्र लिखकर भारत के संविधान के अनुच्छेद 102(1)(डी) के तहत एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को अयोग्य ठहराने का आग्रह किया । (एएनआई)