दिल्ली: दारुल उलूम नदवतुल उलमा ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में कॉमन सिविल कोड को सभी धर्म के मानने वालों के लिये नुकसानदायक बताया है।
उन्होनें कहा कि, समान नागरिक संहिता धार्मिक सांस्कृतिक पहचान खत्म करने का प्रयास है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
साथ ही वह बोले कि 'प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991' का भी लगातार उल्लंघन हो रहा है। धर्म परिवर्तन, लव जिहाद आदि के नाम पर देश में नफरत का माहौल तैयार किया जा रहा है।